संवाददाता।
कानपुर। नगर में धरतेरस पर परमट मंदिर में माता वैभव लक्ष्मी दरबार को नए नोटों से सजाया गया है। मां लक्ष्मी के दर्शन करने और नोटों की सजावट को देखने के लिए दूर-दूर से श्रद्धालु पहुंच रहे हैं। धनतेरस को धन त्रयोदशी के नाम से भी जाना जाता है। इसके साथ ही दीपावाली की शुरुआत भी मानी जाती है। मंदिर की सजावट में 10 लाख रुपए से अधिक के नोट प्रयोग किए गए हैं। मंदिर के पुजारी राम बाजपेई ने बताया कि 5 दिन तक मंदिर में अखंड ज्योति जलती है। इसके साथ ही श्रद्धालुओं को प्रसाद के रूप में माता का खजाना भी दिया जाता है। जिसे घर में रखने से सुख समृद्धि आती है। माता लक्ष्मी के इस अद्भुत मंदिर में दिवाली पर विशेष आशीर्वाद का खास महत्व है। मंदिर की सजावट में चलन में रहने वाले सभी नोटों का प्रयोग किया जाता है। मान्यता है कि यहां दर्शन मात्र से ही भक्तों की सभी मुरादे पूरी हो जाती हैं। वहीं माता के भव्य श्रृंगार के दर्शन के लिए भक्तों की भीड़ उमड़ रही है। बता दें कि धनतेरस के शुभ अवसर पर हर वर्ष की तरह इस साल भी माता लक्ष्मी का नोटों से अद्भुत श्रृंगार किया गया है। जो भक्तों के आकर्षण का केंद्र बना हुआ है। दूरदराज से भी दिवाली पर्व के मौके पर भक्त यहां दर्शन पूजन के लिए आते हैं।