संवाददाता।
कानपुर। एक कारोबारी के बेटे की किडनैपिंग के बाद हत्या में चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। पुलिस ने हत्यारोपी प्रभात के फोन की जांच की तो एक वीडियो मिला है। ये वीडियो मर्डर करने के बाद का है। इसमें कुशाग्र का रस्सी से गला घोंटा हुआ दिख रहा है। कुशाग्र औंधे मुंह जमीन पर पड़ा है। उसका हाथ-पैर रस्सी से बंधा हुआ है। मुंह में कपड़ा ठूंसा हुआ है। कॉल डिटेल से भी पुलिस को अहम सुराग मिले हैं। वहीं, देर शाम आरोपियों की तीन दिन की रिमांड पुलिस को मिली है।पुलिस की पूछताछ में प्रभात ने बताया कि यह वीडियो फिरौती की रकम वसूलने के लिए बनाया गया था। अगर पकड़े नहीं जाते तो वॉट्सऐप पर वीडियो भेजकर परिवार को डराकर 30 लाख फिरौती वसूलने के लिए इस्तेमाल करते। पुलिस ने प्रभात के फोन में मिले वीडियो को अपने पास रखा है। मगर, दैनिक भास्कर को पुलिस के सूत्रों ने वीडियो के बारे में जानकारी दी है। मास्टर माइंड प्रभात शुक्ला बेहद शातिर और आपराधिक मानसिकता का है। इसी के चलते उसने फिरौती वाले पत्र में अल्लाह हू अकबर लिखकर पुलिस को गुमराह किया। इसके बाद प्रभात का सेकेंड प्लान परिजनों को विश्वास दिलाना कि कुशाग्र उसके पास ही है। हाथ-पैर बंधा हुआ वीडियो देखकर परिवार का दिल दहल जाएगा और फौरन फिरौती की रकम दे देंगे। दरअसल, कुशाग्र की जघन्य हत्या करने के बाद शातिर ने कुशाग्र के दोनों हाथ पीछे पीठ की तरफ करके रस्सी से बांध दिया था। इतना ही नहीं पैर भी रस्सी से बांधा था। इसके साथ ही मुंह में कपड़ा ठूंस दिया था। इसके बाद मोबाइल से एक वीडियो बना लिया। उसके मोबाइल में यह वीडियो देखकर पुलिस भी दंग रह गई। पुलिस की पूछताछ में प्रभात ने बताया था कि यह वीडियो फिरौती की रकम वसूलने के लिए बनाया था। आखिर परिवार के लोगों को विश्वास कैसे होता कि प्रभात उनके पास ही है। यह वीडियो देखकर परिवार फौरन फिरौती की रकम का इंतजाम करके दे देता। हत्याकांड का खुलासा होने के बाद पुलिस ने प्रभात के घर के बगल के कमरे से कुशाग्र का शव बरामद किया। आखिर प्रभात ने कुशाग्र को कमरे में लाकर सीधे हत्या कर दी थी। तो हत्याकांड के बाद हाथ-पैर क्यों बांधा था। पुलिस के यह बात गले नहीं उतर रही थी। कुछ पुलिस अफसरों का अनुमान था कि कुशाग्र को शायद होश न आ जाए और चीखने-चिल्लाने के बाद भाग निकले। इस डर की वजह से हाथ पैर बांधा होगा। लेकिन पुलिस का यह अनुमान गलत निकला। शातिर ने फिरौती की रकम वसूलने के लिए परिजनों को डराने के लिए हत्याकांड के बाद वीडियो बनाने के लिए उसका हाथ-पैर बांधा था। जांच के दौरान प्रभात के मोबाइल से यह वीडियो सामने आया है। पुलिस सूत्रों ने ये जानकारी दी है। सूत्रों के मुताबिक, हत्याकांड वाली रात प्रभात और रचिता के बीच अंतिम बात सोमवार रात 9 बजे के कुछ बाद हुई। यह कॉल रचिता ने प्रभात को की थी। इस कॉल की टाइमिंग से साफ है कि इधर कुशाग्र के परिवार वालों का फोन आने के बाद रचिता ने प्रभात को अलर्ट किया था कि कुशाग्र के परिजनों को उन पर संदेह हो गया है। गार्ड राजेन्द्र के स्कूटी पहचानने की वजह से कुशाग्र के छोटे भाई आदि ने मैडम को फोन करके कुशाग्र के बारे में पूछा था। पुलिस मान रही है कि रचिता की अंतिम कॉल प्रभात को सूचना देने के लिए थी। उसके कुछ देर बाद ही कुशाग्र के परिजन रचिता के घर पहुंच गए और उसे साथ लेकर प्रभात को उसके घर में घेर लिया। उधर, वह रचिता की कॉल के बाद मानसिक रूप से तैयार था। उसने अकड़ कर जवाब दिए और कुत्ते को खुला छोड़ दिया। प्रभात और रचिता के बीच तकरीबन दो महीने में 968 बार फोन पर बातचीत हुई थी। 563 बार रचिता ने प्रभात को और 405 बार प्रभात ने रचिता से फोन पर बात की थी। इसमें ज्यादातर छोटी (दो से पांच मिनट) कॉल थीं। कुछ लंबी कॉल में एक कत्ल वाले दिन की भी है। जिसमें दोनों ने 13 मिनट तक बात की। यह उस दिन ही नहीं कई हफ्ते पहले भी लंबी बातचीत हुई थी। इस कॉल में क्या बात हुई? क्या यह कत्ल की प्लानिंग या कत्ल के बाद बचने-भागने की प्लानिंग से संबंधित थी, इसका खुलासा रिमांड पर पूछताछ में हो सकता है। कुशाग्र कनोडिया के अपहरण और हत्या के मामले में रायपुरवा पुलिस ने शुक्रवार को कोर्ट में पांच दिन की पुलिस कस्टडी रिमांड की अर्जी दाखिल की। शनिवार यानी आज इस मामले में सुनवाई होगी। रिमांड पर पूछताछ के लिए पुलिस ने पांच टीमों का गठन किया है। रिमांड पर मिलते ही पुलिस गोपनीय जगह पर तीनों से पूछताछ करेगी। प्लान के मुताबिक, तीनों से अलग-अलग पूरी वारदात को लेकर पूछताछ की जाएगी। पूछताछ के दौरान आरोपियों की वीडियोग्राफी भी होगी। तीनों के बयान पूरे होते ही सभी के बयानों को आपस में टैली किया जाएगा। फिर इसके बाद तीनों से क्रॉस क्यूश्चनिंग शुरू होगी। ज्वाइंट पुलिस कमिश्नर आनंद प्रकाश तिवारी की निगरानी में रिमांड के दौरान पूछताछ और बरामदगी होगी। जघन्य हत्याकांड में पुलिस अफसर अभी तक आरोपियों का मोटिव और इंटेंशन क्लीयर नहीं कर सके हैं। आखिर किस उद्देश्य से कुशाग्र का मर्डर किया गया। फिरौती वाली बात तो है ही, लेकिन प्रभात के संबंधों वाले बयान से पुलिस की जांच उलझ गई है। इसके चलते पुलिस रिमांड पर तीनों आरोपियों को लेने के बाद मोटिव और इंटेशन क्या था सबसे पहले इसका जवाब तलाशेगी। पुलिस ने अपने प्रेसनोट में भी इस बात का जिक्र किया है कि अब तक की जांच में मोटिव और इंटेंशन साफ नहीं हो सकी है।