- विधायक परिवार का सबसे बड़ा ब्लैक मनी इनवेस्टमेंट मैनेजर है ये शातिर!
- अब इस शातिर का भाई भी बन गया है बिल्डर
संवाददाता।
कानपुर। वो शातिर बेकनगंज थाना क्षेत्र के तिरपाल वाले मैदान में रहता है। यहां पर उसने अपने अवैध मकान का छज्जा तक गली को गैरकानूनी ढंग से 10 फीट तक घेरकर बना डाला है। ये शातिर ढाई दशक पहले तो पेंचबाग के चमड़ा गोदामों में मजदूरी करता था। ट्रकों पर लद कर आने वाले चमड़े को उतारकर गोदामों में रखने का काम था इसका। शातिर होने के कारण ही इरफान सोलंकी परिवार की उसपर नजर पड़ी और उन्हीं ने छोटे-मोटे अपराध करवाने के बाद आज उसको सफेद चोला पहनाकर बिल्डर बना दिया, उसका नाम है शातिर कलीम खान उर्फ केके…वो आजकल बेकनगंज में हिस्ट्रीशीटर शरीफ भिश्ती एंड पार्टी द्वारा कथित तौर पर एक एडवोकेट से खरीदी गई विवादित जमीन पर निर्माण को लेकर फिर से चर्चा में है। इस मामले में करोड़ों ब्लैकमनी इनवेस्ट किया जा चुका है। बता दें कि भिश्ती और अन्य को हाल में कोर्ट ने हत्या के आरोप में उम्रकैद सुनाई है।
शातिर कलीम खान उर्फ केके ने पेेंचबाग के अनेक चमड़ा के गोदामों पर कब्जा कर रखा है। इसमें से कई गोदाम नजूल की जमीन पर तो कई केडीए की और शुत्रु संपत्ति पर बने हैं। किसी व्यापारी को पैसों की जरूरत को पूरा करके ब्याज या डिफाल्ट के नाम पर उसके गोदाम पर जबरन कब्जा कर लिया तो किसी की गोदाम की प्राॅपर्टी ही अपने गुर्गों केे नाम लिखवा ली। व्यापारियों को उधार के रूप में दिया जाने वाला ये पैसा होता था इरफान सोलंकी, उसके भाई और चाचा का काला धन, वसूली, कब्जा और गुंडई में केके को पीछे से पूरा सपोर्ट भी इरफान परिवार ही करता था। केके व्यापारियों से वसूली, प्राॅपर्टियों पर कब्जा आदि करने को अपराधी अनीस पिस्टल, हफीज और लारेब मोटा जैसों को प्रयोग करता रहा है। बता दें कि इन्हीं गैरकानूनी कब्जे वाले गोदामों से होने वाली मोटी आमदनी और जेल वाले विधायक की ब्लैक मनी को आज भी बड़े स्तर पर उनका ये शातिर चेला कलीम खान उर्फ केके ही मैनेज कर रहा है। वक्त-वक्त पर उसको जेल के अंदर और बाहर से इंस्ट्रक्शंस मिलते रहते हैं। अब वो भी इंटेलीजेंस की रडार पर है। जल्द इसका भी खेल खत्म होगा।
शातिर केके उर्फ कलीम खान का सबसे एक्टिव चेला है हफीज, जो उसके पैसों को ब्याज पर बांटने, लोगों को धमकाने-डराने से लेकर वसूली तक का काम करता है। ये हफीज मसरूर बैंड वाली गली की साइड रहता है। दूसरा अनीस पिस्टल है, जो एनआई कांप्लेक्स के बगल में केके की अवैध कब्जा की हुई जमीन पर अवैध बैटरी रिक्शा चार्जिंग स्टेशन चला रहा है। 50 रिक्शों की कैपेसिटी वाले इस अवैध चार्जिंग स्टेशन में अधिकांश चार्जिंग कटिया से करके केस्को को हर महीने लाखों रूपये का चूना लगाया जा रहा है। इन बैटरी रिक्शा चार्जिंग स्टेशनों की फोटो समेत खबरें जल्द प्रकाशित करेंगे।
शातिर कलीम खान उर्फ केके का एक भाई अकबर भी बिल्डर हो गया है, जो आजकल मछली तिराहे के पास, पेंचबाग और शहर की कई घनी बस्तियों में निमार्ण कर चुका है और कर रहा है। जानकारों का कहना है कि अकबर ने भाई कलीम की दम पर स्कूल की जमीन पर निर्माण के लिये एक कुख्यात अपराधी परिवार से भी पार्टनरशिप कर रखी है। बहुत जल्द अकबर के अपराधों की फेहरिस्त भी पेश करेेंगे।