October 18, 2024

संवाददाता।
कानपुर।
नवरात्र की षष्ठी तिथि पर शुक्रवार को शहर के दुर्गा पूजा पन्डालों में मां जगदंबा विराजी जिनका विधिवत पूजन अर्चन किया गया। शहर के अनेक दुर्गा पन्डालों में चकेरी स्थित कालीबाड़ी और बंगाली मोहाल स्थित काली माता मंदिर में मां के महिषासुर मर्दिनी स्वरूप का विशेष पूजन कर भक्तों ने सुख-समृद्धि की कामना की। वहीं रिजर्व बैंक के सामने स्थापित दुर्गा पण्डाल को डीएवी लान स्थानान्तरित कर पूजन किया जा रहा है। 24 अक्टूबर तक चलने वाले दुर्गा महोत्संव के दौरान पण्डालों में भक्ति की गंगा बहेगी इसके बाद भक्त मां की प्रतिमा का विसर्जन करेंगे। मालरोड स्थित एबी विद्यालय के कैंपस हाल में परंपरागत रूप से मां का कलश पूजन किया गया। इसी प्रकार शास्त्री नगर स्थित दुर्गा पूजा पंडाल में षष्ठी पूजन से मां की स्थापना की गई। सीमित संख्या में भक्त आरती पूजन में शामिल हुए। चकेरी स्थित श्री श्री कालीबाड़ी मंदिर में मां के महिषासुर मर्दिनी स्वरूप को स्थापित किया गया। महिलाओं ने षष्ठी पूजन कर सुख-समृद्धि की कामना की। संध्याकाल में बोधन पूजन व महिषासुर मर्दिनी स्वरूप में मां की झांकी दिखाई गई। राक्षसों से युद्ध करतीं मां के मनोहारी झांकी ने भक्तों को मंत्रमुग्ध किया अब वहा शनिवार को सप्तमी की पुष्पांजलि का आयोजन किया जाएगा। नवरात्रि‍ में षष्ठी पूजन के साथ ही शहर में बंगाली पूजन की शुरुआत हो चुकी है। डीएवी लान में श्री श्री सार्वजनिक दुर्गा समिति की ओरसे 105 वां पूजन उत्सव आजादी के अमृत महोत्सव की थीम पर मनाया जा रहा है। पंडाल में मां के दर्शन को भक्त बड़ी संख्या में पहुंच रहे हैं। इसमें देवी मां की नव प्रत्रिका प्रवेश और सप्तमी विहित पूजा तथा पुष्पांजलि भक्तों ने की। दुर्गा पूजा समिति के सदस्यों ने षष्ठी पूजन और बोधन पूजन विधिवत रूप किया । बंगाली समाज के भक्त मां की आराधना कर दर्शन करते रहे । परंपरागत वेशभूषा में बंगाली समाज के लोगों ने मां दुर्गा को प्रसन्न करने के लिए आरती के साथ ही भजन आदि भी गाए और महिषासुर मर्दिनी स्वरूप की आराधना की।

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