संवाददाता।
कानपुर। नगर के जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज में विभिन्न विभागों से मेडिकल व सर्जिकल छात्र-छात्राओं की डीएम/ एमसीएच प्रवेश परीक्षा (नीट एसएस) हुई। इस परीक्षा में मोबाइल, कैलकुलेटर, स्मार्ट घड़ी, ब्लूटूथ समेत सभी इलेक्ट्रॉनिक्स उपकरण ले जाने में रोक थी। इसके बाद भी कई छात्र अपने साथ मोबाइल फोन ले गए। क्लास में प्रोफेसरों को भनक लगी तो उन्होंने सभी की तलाशी ली। इस दौरान करीब दस लोगों के पास मोबाइल फोन मिले। इस दौरान मेडिकल कॉलेज का फ्लाइंग स्वाइड ने काफी सख्ती बरती। जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज से अलग-अलग विषयों में एमडी व एमएस उत्तीर्ण करीब 32 परास्नातक छात्र व छात्राओं ने डीएम / एमसीएच परीक्षा दी। राष्ट्रीय स्तरीय परीक्षा के माध्यम से छात्र व छात्राओं का पूरे भारत में सुपरस्पेशयलिटी विषयों में डीएम/एमसीएच की पढ़ाई के लिए चयन किया जाता है। परीक्षा में मोबाइल फोन, ब्लूटूथ व अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरण प्रतिबंधित थे। इसका नॉटिफिकेशन पहले ही जारी किया जा चुका था।सूत्रों के मुताबिक कुछ छात्र परीक्षा में मोबाइल फोन लेकर क्लास के अंदर पहुंच गए थे। परीक्षा के दौरान मेडिकल कॉलेज की फ्लाइंग स्वाइड ने सख्त निगरानी की। तब कुछ के पास मोबाइल फोन बरामद हुए। फ्लाइंग स्वाइड टीम में मौजूद सदस्यों ने परीक्षा तो निरस्त नहीं की, लेकिन मौके से सभी के मोबाइल फोन जमा कर लिए। उन्हें हिदायत दी गई की आगे से ऐसा हुआ तो कड़ी कर्रवाई की जाएगी। जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज प्रशासन द्वारा प्रेसनोट में कहा गया है कि यह चिकित्सा महाविद्यालय द्वारा दिये जा रहे उच्च स्तरीय प्रशिक्षण का सूचक है। इस प्रकार राष्ट्र को विभिन्न विशिष्टताओं के 32 सुपरस्पेशयलिटी चिकित्सक सेवा के लिए प्राप्त होंगे। जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य प्रो. संजय काला ने बताया कि अभी इस तरह के मामले की जानकारी नहीं है। जानकारी कराई जा रही हैं। वहीं, डॉ.लुबना खान ने बताया कि कुछ छात्र अपने साथ मोबाइल लेकर आएं थे, लेकिन उनके मोबाइल चेकिंग के दौरान परीक्षा से पहले ही जमा करा लिए गए थे।