संवाददाता।
कानपुर। यूपी के ग्रामीण क्षेत्रों में बैंक सेवाएं दे रही बड़ौदा यूपी ग्रामीण बैंक की सभी 1983 शाखाओं को बंद करने की तैयारी है। इसको लेकर विरोध में कर्मचारी उतर आए हैं। मंगलवार को कर्मचारियों ने बैंक की सभी 9 यूनियनों ने संयुक्त मोर्चा बनाकर बैंकों के बाहर प्रदर्शन किया। हड़ताल में बड़ौदा यूपी बैंक की 288 शाखाओं को बन्द करने की कोशिश के खिलाफ बैंककर्मी एकजुट नजर आए। बताते चले कि यूपी में सभी 1983 शाखाओं पर हड़ताल के दौरान ताले लटके रहे। इस वार्ता से पूर्व श्रमायुक्त कानपुर के साथ दोनो पक्षों की रविवार 1 अक्टूबर को हड़ताल से पूर्व हुई समझौता वार्ता विफल रही थी। जिसके बाद आज एक दिवसीय हड़ताल रही। ज्वाइंट फोरम के चेयरमैन सुनील कुमार पांडेय के मुताबिक उत्तर प्रदेश के 31 जनपदों के ग्रामीण इलाकों में बैंकिंग सुविधा प्रदान कर रही बड़ौदा यूपी बैंक की सभी 1983 शाखाओं और प्रशासनिक कार्यालयों में हड़ताल रही। जिसके चलते सभी कार्यालयों में बैंकिंग का दैनिक कामकाज पूरी तरह से ठप रहा।इस हड़ताल का आवाह्नन बड़ौदा यूपी बैंक के सभी 9 संगठनों के जॉइंट फोरम द्वारा किया गया। फोरम की मांग है कि बैंक की 268 शाखाओं को बन्द करने का प्रस्ताव रद्द किया जाए और सभी पदों पर नियमानुसार नई भर्ती की जाए।