
संवाददाता
कानपुर। जिलाधिकारी के समक्ष खुद पर पेट्रोल डालकर आग लगाने की कोशिश करने वाले युवक ने माफी मांगते हुए कहा है कि मैंने तहसील दिवस में जो पेट्रोल डालकर आग लगाने का प्रयास किया, ये गलत है। कोई दूसरा ऐसा न करे। मैं सबसे हाथ जोड़कर ये विनती करता हूं। हमारे पास एसडीएम, थाने की फोर्स समेत सभी अफसर पहुंचे। अब हमारी समस्या का समाधान हो गया है। अब हम संतुष्ट हैं। दोबारा ऐसी कोई गलती नहीं करेंगे।
रणजीत सिंह उर्फ बउउन शनिवार दोपहर न्याय पाने के लिए नरवल तहसील पर संपूर्ण समाधान दिवस में पहुंचे थे। डीएम जितेंद्र प्रताप सिंह के सामने उन्होंने खुद पर पेट्रोल डालकर आत्मदाह की कोशिश की। पुलिसवालों ने घेरा बनाकर उसे पकड़ा तो वो चिल्लाया कि सर, हमारी कोई नहीं सुन रहा है। आज जान दे देंगे। मां के साथ मैं न्याय के लिए भटक रहा हूं। फिल्मों में देखा था कि प्रशासन ऐसे नहीं सुनता है। इसलिए पेट्रोल डाल लिया। अब न्याय मिलेगा।
अब नरवल थाना पुलिस ने आत्महत्या की कोशिश के मामले में बउवन के ही खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। पुलिस बउवन को गिरफ्तार कर सकती है।
बउवन ने बताया था कि मैं नरवल थाने के करबिगवां साढ़ गांव का रहने वाला हूं। परिवार के ही सत्येंद्र, अभय सिंह और अखिलेश सिंह ने मेरे घर की नाली तोड़कर बंद कर दी है। इसके कारण मेरे कच्चे मकान में नाली में पानी भर रहा है, इससे घर गिरने का खतरा बना हुआ है।
बउवन ने कहा था कि मैं अपने दो भाइयों राकेश और रणधीर के साथ रहता हूं। पिता महावीर सिंह का पांच साल पहले निधन हो चुका है। खेती करता हूं। पड़ोसी धमकाते हैं। कहते हैं कि मेरा बेटा फौज में है, कहीं भी शिकायत कर लो, कुछ नहीं होगा। मां के साथ थाने, एसडीएम से लेकर लखनऊ तक न्याय के लिए गया, लेकिन कहीं सुनवाई नहीं हो रही।
एसीपी चकेरी ने कहा कि तहसील परिसर में पेट्रोल डालकर आत्मदाह का प्रयास दबाव बनाने जैसा है। पुलिस ने मौके पर जांच की। लेकिन, नाली का पानी अभी भी नहीं रुका है और न ही कोई दीवार गिरी है। इस तरह के आत्मदाह के प्रयास करने वाले पर भी कार्रवाई की जाएगी।
नरवल थाने में तैनात दरोगा विनोद कुमार की तहरीर पर रिपोर्ट दर्ज की गई है। विनोद ने अपनी तहरीर में लिखा है कि 20 दिसंबर को तहसील नरवल में संपूर्ण समाधान दिवस चल रहा था। डीएम जितेंद्र प्रताप सिंह समेत अन्य अफसर पब्लिक की समस्याएं सुन रहे थे।
इस दौरान नरवल करबिगवा निवासी रणजीत सिंह उर्फ बउवन ने अपने ऊपर पेट्रोल डालकर आत्मदाह का प्रयास किया। इसके साथ ही डीएम के सामने जोर-जोर से चिल्लाने लगा और बोला कि मैं जल जाऊंगा मेरी समस्या नहीं सुनी जा रही है। इससे संपूर्ण समाधान दिवस का काम प्रभावित हो गया। वहां मौजूद लोगों के बीच भगदड़ मच गई। लोग इधर-उधर चिल्लाते हुए भागने लगे, जिससे कुछ समय तक कानून व्यवस्था बाधित रही।
रणजीत सिंह अपने ऊपर आग लगाने वाला था, जिसे मौके से सुरक्षित पकड़कर उसके परिजनों के सुपुर्द किया गया था।
डीसीपी ईस्ट सत्यजीत गुप्ता ने बताया कि मामले में रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है। जल्द ही आगे की कार्रवाई की जाएगी।






