
संवाददाता
कानपुर। सपा के पूर्व विधायक सतीश निगम के चचेरे भाई के साथ 5.50 लाख की धोखाधड़ी हो गई। पूर्व विधायक के भाई ने आरोप लगाया कि उनके घर में काम करने वाले युवक ने यूपीआई आईडी बनाकर अपने परिचित के खाते में रुपए ट्रांसफर कर दिया। पीड़ित जब एसबीआई की जूही ब्रांच में पहुंचे, तब उन्हें पूरे प्रकरण की जानकारी हुई।
किदवई नगर के ओ ब्लॉक निवासी सत्य प्रकाश निगम बिल्डिंग मैटेरियल सप्लाई का काम करते है। उन्होंने बताया कि उनके घर में ढकनापुरवा निवासी युवक काम करता था। युवक ने उनसे पिता की बाईपास सर्जरी कराने के नाम पर 1.50 लाख रुपए लिए थे।
एक महीने बाद उसने काम पर आना बंद कर दिया। पैसे वापस मांगे तो युवक टाल मटोल करने लगा। उन्होने बाद में युवक की ओर से दिया गया 1.50 लाख का चेक बैंक में लगाया, जो बाउंस हो गया, जिसका मुकदमा भी दर्ज है।
जब वह एसबीआई की जूही ब्रांच में रुपए निकालने पहुंचे, तो खाते में पैसा न होने की जानकारी दी गई। उन्होंने स्टेटमेंट निकलवाया तो वह सन्न रह गए, उनकी यूपीआई आईडी से 5.50 लाख रुपए एक महिला के खाते में ट्रांसफर हो गए थे। वह महिला के घर पहुंचे, जहां उसने बताया कि युवक ने जमीन का पैसा होने की बात कहकर खाते में ट्रांसफर किया था। इसके बाद युवक के कहने पर उसकी पत्नी के खाते में पैसा ट्रांसफर कर दिया गया। सत्य प्रकाश ने युवक के परिजनों से शिकायत की, जिस पर उन्होंने उनके साथ अभद्रता की। दबाव बनाने पर युवक उनके घर पहुंचा और पैसा जल्द लौटाने की बात कही, जिसका उन्होंने वीडियो भी बनाया। जिसमें युवक कहता दिख रहा है कि उससे गलती हो गई, वह पैसा लौटा देगा। पीड़ित का आरोप है कि इन सब के बावजूद युवक पैसा नहीं दे रहा है।
सत्य प्रकाश का आरोप है कि बाबूपुरवा पुलिस ने शिकायत करने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं की। तब पीड़ित ने मामले की शिकायत पुलिस कमिश्नर रघुबीर लाल से की, जिसके बाद उन्होंने मामले की जांच एसीपी बाबूपुरवा को सौंपी है।






