December 12, 2025

संवाददाता

कानपुर। जेल भेजे गए इंटरनेशनल ठग रवीन्द्र नाथ सोनी की कंपनी का प्रमोशन करने वाले फिल्म अभिनेता सोनू सूद, क्रिकेटर मोहम्मद अजहरुद्दीन और रेसलर खली भी जांच के दायरे में आ गए हैं। कोतवाली थाने की पुलिस ने तीनों को नोटिस भेजी है।
नोटिस में एक सप्ताह के भीतर तीनों से स्पष्टीकरण मांगा गया है। पुलिस ने पूछा है कि कंपनी से किस तरह जुड़े और प्रमोशनल एक्टिविटी के कितने पैसे लिए? 
कानपुर पुलिस ने दुबई, इंडिया, ऑस्ट्रेलिया और अमेरिका के साथ कई देशों के लोगों से ठगी के मामले में इंटरनेशनल ठग रवीन्द्र नाथ सोनी को अरेस्ट करके जेल भेजा था। जेल भेजने के बाद कानपुर पुलिस के पास कई देशों के लोग लगातार पहुंचकर शिकायत करा रहे हैं कि दिल्ली निवासी शातिर ठग रवीन्द्र नाथ सोनी ने निवेश के नाम पर उनके करोड़ों रुपए हड़प लिया है।
ठग की कंपनी ब्लूचिप का प्रमोशन करने के साथ ही कंपनी के कार्यक्रमों में अभिनेता सोनू सूद, क्रिकेटर अजहरुद्दीन और रेसलर खली शामिल होते थे। अब इन तीनों हस्तियों को भी पुलिस ने जांच के दायरे में लिया है। पुलिस जानना चाहती है कि आखिर ये तीनों लोग कंपनी से किस तरह से जुड़े हुए थे।
ठगी के केस में गठित एसआईटी को हेड करने वाली आईपीएस अफसर अंजलि विश्वकर्मा ने बताया कि जांच के दौरान पुलिस को फिल्म अभिनेता सोनू सूद, खली और क्रिकेटर अजहरुद्दीन के प्रमोशनल एक्टिविटी के वीडियो मिले हैं। तीनों लोग कंपनी के कई कार्यक्रम में शामिल हुए थे। इन सभी वीडियो को भी जांच में शामिल किया गया है।
पुलिस कमिश्नर रघुवीर लाल ने बताया कि तीनों को नोटिस भेजा गया है। एक सप्ताह के भीतर तीनों को अपना जवाब देना है। इसके बाद पुलिस आगे की कार्रवाई तय करेगी। हालांकि, एसआईटी को जांच में अभी तक इनकी कोई संलिप्तता नहीं मिली है।
शातिर ठग रविंद्र सोनी के खिलाफ तीन अन्य मामले भी दर्ज हुए हैं। अन्य कई मुकदमे दर्ज होने के प्रोसेस में हैं। ठगी के आरोपी को जब तक इन सभी मुकदमों में जमानत नहीं मिल जाएगी वह जेल से बाहर नहीं आ सकेगा।
मालवीय नगर दिल्ली निवासी रविन्द्र नाथ सोनी द्वारा दुबई स्थित ब्लूचिप कंपनी के जरिए से भारत व अन्य देशों के निवेशकों से करोड़ों रुपए एकत्रित किए जाने की पुष्टि हुई है। दुबई से फरार होने के बाद आरोपी को कानपुर नगर पुलिस ने गिरफ्तार किया था।
अबतक की जांच में आरोपी के 22 भारतीय बैंक खातों, 8 डिजिटल क्रिप्टो लेन-देन तथा 20 कंपनियों से प्रत्यक्ष संबंध उजागर हुए हैं। प्रकरण से सम्बन्ध में प्राप्त अन्य शिकायतों की जांच प्रचलित है।
साथ ही कुछ सेलिब्रिटी, प्रमोटरों द्वारा कंपनी के प्रचार-प्रसार में संलिप्तता संबंधी आरोपों की भी जांच की जा रही है। दुबई स्थित कार्यालय से बड़ी मात्रा में विदेशी मुद्रा के अवैध पैकेजिंग से संबंधित साक्ष्य प्राप्त हुए हैं। इस संबंध में समन्वय स्थापित कर आवश्यक विधिक कार्रवाई की जा रही है।
एडीसीपी ईस्ट अंजलि विश्वकर्मा की अध्यक्षता में गठित विशेष 6 सदस्यीय साइबर टीम द्वारा संपूर्ण डिजिटल ट्रेल, वित्तीय लेयरिंग एवं अन्तर्राष्ट्रीय लेनदेन की गहन जांच की जा रही है।