November 13, 2025

संवाददाता
कानपुर।
गणेश शंकर विद्यार्थी मेडिकल कॉलेज, कानपुर में चल रहे यूपीएसीकॉन 2025 के दूसरे दिन शुक्रवार का कार्यक्रम पूरी तरह प्रायोगिक और प्रशिक्षण सत्रों पर केंद्रित रहा। देशभर से आए करीब 2000 सर्जन और पोस्ट ग्रेजुएट डॉक्टरों को ऑपरेशन की आधुनिक तकनीकों, अल्ट्रासाउंड के उपयोग और नवीन सर्जिकल मेथड्स की बारीक जानकारी दी गई।
कार्यक्रम में विशेषज्ञ डॉक्टरों ने जूनियर्स को यह सिखाया कि किस तरह से कम समय में अधिक सटीकता के साथ ऑपरेशन किया जा सकता है। इस दौरान लाइव सर्जरी डेमोंस्ट्रेशन और इंटरएक्टिव वर्कशॉप्स आयोजित की गई, जिनमें जटिल सर्जरी के साथ-साथ नवीनतम उपकरणों के उपयोग पर भी फोकस रहा।
सत्र में विशेषज्ञ डॉक्टरों ने अल्ट्रासाउंड की तकनीकी समझ और इसके क्लिनिकल उपयोग के सही तरीकों पर चर्चा करी। बताया गया कि किस प्रकार अल्ट्रासाउंड रिपोर्ट की की इंटरप्रिटेशन से सर्जरी से पहले की स्थिति का सटीक आकलन किया जा सकता है।
मेडिकल कॉलेज के विभागाध्यक्षों की देखरेख में पीजी स्टूडेंट्स को लाइव ट्रेनिंग दी गई। डॉक्टरों को नई विधियों का डेमो दिखाया गया ताकि वे भविष्य में सर्जरी करते समय मिनिमल इनवेसिव तकनीक (कम चीरे में ऑपरेशन) को प्रभावी ढंग से लागू कर सकें।
कार्यक्रम में पीजीआई चंडीगढ़, ऐम्स दिल्ली, बीएचयू, केजीएमयू लखनऊ और एसजीपीजीआई जैसे संस्थानों के सर्जन शामिल रहे। 

सम्मेलन में विशेषज्ञ डॉक्टरों ने अपने अनुभव साझा करे कि कैसे तकनीक और प्रशिक्षण से सर्जरी के परिणामों में सुधार लाया जा सकता है।