November 14, 2025

संवाददाता
कानपुर। 
कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर गंगा घाटों पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी। भोर से ही लाखों की संख्या में लोग गंगा स्नान के लिए पहुंचने लगे। शहर के विभिन्न घाटों पर एक साथ लाखों श्रद्धालुओं ने आस्था की डुबकी लगाई।
सरसैया घाट पर विशेष रूप से भीड़ देखी गई, जहां एक लाख से अधिक लोगों ने गंगा स्नान किया। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, कार्तिक पूर्णिमा पर गंगा स्नान करने से विशेष पुण्य लाभ प्राप्त होता है।
सुरक्षा और व्यवस्था बनाए रखने के लिए सरसैया घाट जाने वाले रास्ते पर बड़ा चौराहा से ही वाहनों का प्रवेश प्रतिबंधित कर दिया गया था। श्रद्धालुओं के लिए घाट के समीप ही पार्किंग की व्यवस्था की गई थी। सड़क पर हजारों की संख्या में श्रद्धालु स्नान कर लौटते और घाट की ओर जाते हुए दिखाई दिए।
घाट पर गंगा के उस पार जाकर स्नान करने के लिए नावें पूरी तरह भरी हुई थीं। कई श्रद्धालु लगभग 200 मीटर तक उथले पानी से होकर पैदल ही उस पार जाते दिखे।
वे अपने स्नान से संबंधित सामान हाथों में लेकर नदी पार कर रहे थे। आज के दिन विशेष पुण्य प्राप्त करने के लिए कानपुर के अलग-अलग गंगा घाटों पर कुल 5 लाख से अधिक श्रद्धालुओं के आस्था की डुबकी लगाने का अनुमान है। 

बिल्हौर में भी कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर बुधवार को गंगा तटों पर लाखों श्रद्धालुओं ने आस्था की डुबकी लगाई। खेरेश्वर सरैया, नानामऊ, बंदी माता, आंकिन और मोहद्दीनपुर सहित बिल्हौर क्षेत्र के सभी प्रमुख घाटों पर सुबह से ही भक्तों की भीड़ उमड़ पड़ी। इस दौरान ‘हर हर गंगे’ के जयघोष गूंजते रहे।

श्रद्धालुओं का यह जनसैलाब आधी रात से ही गंगा तटों की ओर बढ़ने लगा था। भक्तों ने गंगा में स्नान किया, दीपदान किया और दान-पुण्य के कार्य किए। उन्होंने अपने परिवार के सुख, समृद्धि और मंगलमय जीवन के लिए प्रार्थना की।

श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को देखते हुए प्रशासन ने घाटों पर विशेष व्यवस्थाएं की थीं। खेरेश्वर सरैया घाट पर कई दिनों से साफ-सफाई, लाइटिंग और बैरिकेडिंग का काम चल रहा था। अव्यवस्था से बचने के लिए जगह-जगह संकेतक लगाए गए थे। सुरक्षा के लिए पुलिस बल, गोताखोर और जल पुलिस भी तैनात रही।

सूर्योदय के साथ ही घाटों पर मंत्रोच्चार और घंटियों की ध्वनि के बीच गंगा आरती का आयोजन किया गया। श्रद्धालुओं ने दीपक जलाकर गंगा में प्रवाहित किए, जिससे जल की लहरों पर तैरते दीपों का मनमोहक दृश्य दिखाई दिया।

कार्तिक पूर्णिमा पर गंगा स्नान का विशेष धार्मिक महत्व है। ऐसी मान्यता है कि इस दिन गंगा में स्नान करने से सभी पापों का नाश होता है और मोक्ष की प्राप्ति होती है। इसी आस्था के साथ श्रद्धालुओं ने गंगा जल में डुबकी लगाकर भगवान विष्णु और भगवान शंकर का पूजन किया तथा लोक कल्याण की कामना की।