August 9, 2025

संवाददाता
कानपुर।
  आज रक्षा बंधन का पर्व मनाया जा रहा है। वैदिक पंचांग के अनुसार, सावन माह की पूर्णिमा तिथि 8 अगस्त की दोपहर 2:12 बजे से शुरू होकर 9 अगस्त को दोपहर 1:24 बजे समाप्त होगी।
पंचांग के अनुसार, यह त्यौहार सुबह 5:47 बजे से दोपहर 1:24 बजे के बीच मनाया जाना चाहिए। ये जानकारी ज्योतिषाचार्य पं. गौरव तिवारी ने दी।
पं. गौरव तिवारी ने बताया कि इस रक्षाबंधन में धनिष्ठा नक्षत्र में सौभाग्य व शोभन योग का शुभ संयोग बन रहा है। अतः बहने अपने भाइयों की कलाई में रक्षा सूत्र पूरे दिन बांध सकती हैं।
इसके अलावा राखी बांधने के लिए सबसे उत्तम अभिजीत मुहूर्त दोपहर 12 बजे से 12: 53 बजे तक रहेगा। इस दिन सर्वार्थ सिद्धि योग भी है जो कि सुबह 5:47 बजे से दोपहर 2:23 बजे तक रहेगा। इसके अलावा रक्षा बंधन पर सौभाग्य योग सुबह से लेकर 10 अगस्त तक रहेगा।
पं. गौरव तिवारी ने बताया कि राखी के लिए सबसे लकी रंग लाल होगा। यह प्रेम और सुरक्षा का प्रतीक है और हिंदू संस्कृति में इसे अत्यधिक भाग्यशाली माना जाता है।
भाइयों की कलाई में राखी बांधने से पहले भगवानों को भी राखी बांधनी चाहिए। सबसे पहले विघ्नहर्ता भगवान गणेश जी को राखी बांधने से जीवन की कई परेशानियां दूर की जा सकती हैं।
फिर हनुमान जी को बांधनी चाहिए क्योंकि डर या भय सताने पर ज्यादातर लोग हनुमान जी का नाम लेते हैं। रक्षाबंधन के दिन भगवान भोलेनाथ को भी राखी बांधते हैं। इसके बाद श्री कृष्ण को राखी बांधनी चाहिए। 

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