August 10, 2025

संवाददाता
कानपुर।
  बरसात के मौसम में कई तरह के वायरस सक्रिय हो जाने से लोगों को तरह-तरह की दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। इन दिनों तेजी के साथ कंजक्टिवाइटिस के मरीज बढ़ रहे हैं।
कानपुर मेडिकल कॉलेज के नेत्र रोग विभाग की ओपीडी में हर रोज 15 से 20 मरीज कंजक्टिवाइटिस की समस्या लेकर आ रहे हैं। यहां पर आने वाले कुछ मरीजों में यह समस्या गंभीर स्थिति में देखने को मिली है। इसलिए डॉक्टरों ने सलाह दी है कि इसमें लापरवाही न बरतें।
नेत्र रोग विभाग की प्रोफेसर डॉ. पारूल सिंह ने बताया कि कंजक्टिवाइटिस एक दूसरे की आंख में देखने से नहीं फैलता, बल्कि ये एक तरह से छुआ छूत की बीमारी हैं। इसलिए इन मरीजों को थोड़ी सतर्कता बरती चाहिए। जो मरीज इसमें सतर्कता नहीं बरतते हैं, उनके घर में फिर एक से दूसरे में दूसरे से तीसरे में तेजी से फैलता हैं।
डॉ. पारूल सिंह बताती हैं कि इस वायरस की स्ट्रैंथ बहुत तेज होती हैं, जब हम किसी संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आते है तब इस संक्रमण के होने का खतरा अधिक होता है।यदि किसी एक व्यक्ति के इन्फेक्शन हुआ है तो उसके घर में सभी को होने की प्रबल संभावना होती है।
उन्होंने बताया कि बहुत से मरीज ऐसे भी आ रहे हैं, जिन्होंने इलाज में लापरवाही की और उनका इन्फेक्शन आंखों की पुतली तक फैल गया हैं। यदि समय पर परामर्श ले लिया तो 10 से 15 दिन के अंदर यह बिल्कुल ठीक हो जाता है। यदि संक्रमण बढ़ता है तो इसका असर कार्नीया पर पड़ने लगता है।
डॉ. पारुल ने बताया कि यदि आंखें लाल है या किसी प्रकार की कोई समस्या आ रही है तो बिना डॉक्टर की परामर्श के कोई भी दवा आंखों में ना डालें, क्योंकि शरीर में आंखें बहुत कोमल अंग होती है, यदि कोई भी दवा नुकसान कर गई तो कई समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।
आंखों का सफेद भाग हमेशा लाल हो जाता है। इस सफेद भाग की महीन रक्त वाहिकाओं के फैलने के कारण आंखें लाल हो जाती हैं। इससे आंखों की थकान, वायु प्रदूषण, धूल मिट्टी का जाना, रसायनों का अधिक एक्सपोजर होना, सन लाइट का अत्यधिक एक्सपोजर होना है। ज्यादा समय तक कांटेक्ट लेंस लगाए रखने के कारण भी आंखें लाल हो जाती हैं।
यदि किसी व्यक्ति की आंख आई है तो उसकी तौलिया, कपड़े, रुमाल का इस्तेमाल घर में कोई भी दूसरा सदस्य ना करें। ऐसे व्यक्ति अपनी आंखों को बार-बार ना छुएं। यदि आंखों में हाथ लग जाता है तो तुरंत हाथ धो लें।
धूप में निकलने वाले लोग काला चश्मा लगाकर निकले।
बाहर से आने के बाद आंखों को ठंडे पानी से छींटे मार कर धोएं। आई ड्रॉप डालते रहें ताकि छोटा-मोटा इन्फेक्शन आपकी आंखों को नुकसान न पहुंचा सके।
इससे बचने के लिए खाने में हरी सब्जियों का सेवन जरूर करें। बाहर के खाने से बचें, खासकर मैदा खाने से परहेज करें। कम से कम 6 से 8 घंटे की नींद जरूर लें। आंखों में नमी रखने के लिए पानी व तरल पदार्थ का सेवन जरूर करें। एसी में लगातार कई घंटों तक न बैठें। आंखों के मेकअप को सोने से पहले साफ जरूर कर लें।