
संवाददाता
कानपुर। खंड शिक्षा अधिकारी ने सपा नेता और पूर्व विधानसभा प्रत्याशी रचना सिंह गौतम पर केस दर्ज कराया है। सपा नेत्री ने सरकारी प्राथमिक विद्यालय के बाहर बिना अनुमति के पीडीए पाठशाला लगाई थी। आरोप है कि इस पाठशाला के जरिए रचना ने बच्चों को गुमराह करने का काम किया।
बीईओ की तहरीर पर बिल्हौर कोतवाली पुलिस ने रचना के खिलाफ आईटी एक्ट और अफवाह फैलाने की धाराओं में एफआईआर दर्ज की गई है। सपा नेत्री रचना सिंह ने बिल्हौर विकासखंड के शाहमपुर गढ़ी गांव में सरकारी प्राथमिक विद्यालय के बाहर पीडीए पाठशाला लगाई थी।
सपा नेत्री लगातार गांव-गांव जाकर पीडीए पाठशाला लगा रही हैं। इसी मामले में उन पर केस दर्ज किया गया है।
सपा नेत्री लगातार गांव-गांव जाकर पीडीए पाठशाला लगा रही हैं। इसी मामले में उन पर केस दर्ज किया गया है।
बीईओ ने तहरीर दी, बोले- बच्चों और परिजनों को गुमराह कर रहीं खंड शिक्षा अधिकारी रवि कुमार सिंह ने पुलिस को तहरीर दी। इसमें बताया गया है कि रचना सिंह लगातार क्षेत्र के सरकारी स्कूलों में जाकर वहां के बच्चों को इकट्ठा करती हैं। स्कूल परिसर या उसके आस-पास राजनीतिक पार्टी के नाम पर पीडीए पाठशाला चलाती हैं।
इतना ही नहीं, सपा नेत्री द्वारा विद्यालय बंद होने की अफवाहें फैलाई जा रही हैं। जिससे बच्चों और उनके अभिभावकों में भ्रम की स्थिति पैदा हो रही है।
सपा नेत्री बिना किसी प्रशासनिक अनुमति के यह कार्यक्रम आयोजित कर रही हैं। विद्यालय स्टाफ के बार-बार मना करने के बावजूद वह नहीं मान रही हैं। राइट टू एजुकेशन एक्ट का उल्लंघन करते हुए न सिर्फ सरकारी संस्थान के परिसर का दुरुपयोग किया गया, बल्कि बच्चों को पार्टी प्रचार के लिए इस्तेमाल किया गया।
खंड शिक्षा अधिकारी ने पुलिस को सबूत के तौर पर फोटो और वीडियो प्रशासन को सौंपे हैं। जिनमें बच्चों को पीडीए पाठशाला में सपा का नाम लेते हुए सुना जा रहा है। ये तस्वीरें खुद रचना सिंह ने सोशल मीडिया पर पोस्ट की है।
रचना सिंह का कहना है कि सरकार खुद स्कूल बंद करवा रही है, हम शिक्षा दे रहे हैं तो हम पर कार्रवाई की जा रही है।
थाना प्रभारी जनार्दन सिंह ने बताया कि आईटी एक्ट और अफवाह फैलाने की धाराओं में एफआईआर दर्ज कर ली गई है। पुलिस का कहना है कि बिना अनुमति सार्वजनिक जगहों पर बच्चों को इकठ्ठा करना, राजनीतिक प्रचार करना और अफवाह फैलाना गंभीर अपराध की श्रेणी में आता है।
साथ ही खंड शिक्षा अधिकारी ने चेतावनी दी है कि यदि भविष्य में ऐसा आयोजन फिर से होता है, तो अतिरिक्त मुकदमे भी दर्ज किए जाएंगे।
स्कूलों के मर्जर को लेकर सपा नेत्री रचना सिंह गौतम ने 19 जुलाई को विरोध प्रदर्शन किया था। वह ककवन ब्लॉक के ग्राम पंचायत सुभानपुर मुरादनगर और डम्मर निवादा गांव पहुंची। यहां प्राथमिक एवं उच्च प्राथमिक विद्यालयों के बाहर ग्रामीणों के साथ विरोध प्रदर्शन किया।
रचना सिंह ने कहा कि भाजपा सरकार शिक्षा विरोधी है। प्रदेश में 27 हज़ार से अधिक सरकारी स्कूल बंद करने का फैसला बच्चों के भविष्य से खिलवाड़ है। समाजवादी पार्टी इसका पुरजोर विरोध करेगी। हम एक भी स्कूल बंद नहीं होने देंगे। बच्चों के शिक्षा के अधिकार को छिनने नहीं दिया जाएगा।
अखिलेश ने एक्स पर पोस्ट किया था 27 जुलाई को सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने रचना की पीडीए पाठशाला के फोटो और वीडियो अपने एक्स हैंडल से पोस्ट किए थे। उन्होंने लिखा था कि बच्चे-बच्चे ने पुकारा पीडीए पाठशाला, हम सबके उज्जवल भविष्य के सहारा।
इस मामले में सपा नेत्री रचना सिंह गौतम का कहना है कि सरकार खुद स्कूल बंद करवा रही है। हम बच्चों को पढ़ाने के लिए ही ऐसे आयोजन कर रहे हैं। यह आयोजन राष्ट्रीय नेतृत्व के निर्देश पर किए जा रहे हैं और शाहमपुर गढ़ी में रविवार को छुट्टी के दिन यह पीडीए पाठशाला आयोजित की गई थी।
जो स्कूल बंद किए जा रहे थे, हम उन्हीं के बच्चों को लेकर पीडीए पाठशाला में शिक्षा दे रहे थे। इस पर बीएसए के अधिकारी ने हम पर मुकदमा दर्ज करा दिया। क्या शिक्षा देना कोई गुनाह है, जो मुझ पर मुकदमा कर दिया है। हम डरेंगे नहीं, हर ओबीसी और दलित को शिक्षा देंगे। जब 2027 में सपा सरकार बनेगी, तब इस कार्य को पूरी तरह से जारी कर देंगे।