July 10, 2025

संवाददाता

कानपुर। पेंशन के भरोसे अपना जीवन यापन करने वालों के लिए जुलाई का महीना बेहद ही कष्टकारी होता दिखायी दे रहा है। जून महीने की पेंशन की आस लगाए पेंशनार्थियों को परेशानी का सामना करना पड रहा है। यह मामला उत्तर प्रदेश का है, जहां राज्य सरकार द्वारा संचालित वृद्धावस्था पेंशन योजना के लगभग 70,000 लाभार्थियों की पेंशन रुकी हुई है।अपने खाते में पेंशन न आने से परेशान लाभार्थी कानपुर स्थित मुख्यालय के चक्कर काटने पर विवश हो गए है। 

अधिकारी लाभार्थियों को आश्वासन देकर उनको टालने का काम कर रहे हैं। 

क्षेत्रीय भविष्य निधि कार्यालय कानपुर से पेंशन प्राप्त करने वाले सभी पेंशनर से अपील की है कि किन्हीं तकनीकी कारणों से 30 जून तक जाने वाली पेंशन आपके बैंक खातों में क्रेडिट नहीं हो पाई है जिसके लिए विभाग नई दिल्ली स्थित अपने तकनीकी विभाग से निरंतर संपर्क बनाए हुए है। पेंशन विभाग ने सभी से आग्रह किया है कि पेंशनार्थियों को धैर्य रखने की आवश्यकता है यही नही विभाग अपनी ओर से अगले 2-3 दिन में पेंशन क्रेडिट करने का यथासंभव प्रयास किया जा रहा है। विभाग के अधिकारी लाभार्थियों को जल्द ही उनके खातों में पेंशन क्रेडिट करवाए जाने का आश्वासन दे रहें हैं। 

उत्तर प्रदेश में, वृद्धावस्था पेंशन योजना के तहत, राज्य सरकार हर महीने 1000 रुपये की पेंशन राशि प्रदान करती है। हालांकि, हाल ही में, लगभग 70,000 लाभार्थियों को इस योजना के तहत पेंशन मिलने में देरी या रुकावट का सामना करना पड़ रहा है। यह समस्या मुख्य रूप से तकनीकी और प्रशासनिक कारणों से उत्पन्न हुई है। कुछ मामलों में, लाभार्थियों के बैंक खातों में विवरणों में त्रुटियां थीं, जिसके कारण भुगतान प्रक्रिया में देरी हुई। कुछ अन्य मामलों में, लाभार्थियों की पहचान स्थापित करने में समस्याएं थीं, जिससे भुगतान में देरी हुई। राज्य सरकार इस समस्या को हल करने के लिए सक्रिय रूप से काम कर रही है। सरकार ने लाभार्थियों से अनुरोध किया है कि वे अपने बैंक खातों और पहचान विवरणों को सत्यापित करें और आवश्यक सुधार करें। इसके अलावा, सरकार ने एक हेल्पलाइन भी स्थापित की है, जहां यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि यह समस्या केवल उत्तर प्रदेश में वृद्धावस्था पेंशन योजना से संबंधित है। अन्य राज्यों में, पेंशन योजनाएं अलग-अलग होती हैं, और उनके साथ जुड़ी समस्याएं भी अलग-अलग हो सकती हैं।