
संवाददाता
कानपुर। थाना महराजपुर के भेवली गांव में स्थित सौ वर्ष पुराने मां काली मंदिर में मूर्ति खंडित करने का मामला सामने आया है। मंदिर के पुजारी पारस ने बताया कि रात करीब ग्यारह बजे दो युवक मोटरसाइकिल से मंदिर के बाहर खड़े हुए थे, कुछ देए बाद दोनों युवक भगवान को गाली-गलौज करने लगे, जब वह वहां पहुंचे, तब तक युवक काली की मूर्ति का बायां हाथ तोड़ चुके थे।
पुजारी के विरोध करने पर आरोपियों ने उन्हें जान से मारने की धमकी दी। शोर सुनकर मौके पर पहुंचे ग्रामीणों ने दोनों युवकों को पकड़ लिया। रात भर उन्हें मंदिर में बैठाए रखा। सुबह डायल 112 को सूचना दी गई।
पुलिस की पूछताछ में आरोपियों ने अपनी पहचान श्यामनगर निवासी शीतलाप्रसाद निषाद और बासमंडी निवासी शाहिद बताई। ग्रामीणों का आरोप है कि युवक तांत्रिक क्रिया के लिए मंदिर आए थे। उन्होंने काली जी का मुकुट और श्रृंगार सामग्री को मंदिर से कुछ दूर एक पेड़ के नीचे जला दिया।
घटना की जानकारी मिलते ही आसपास के गांवों से सैकड़ों ग्रामीण मौके पर जमा हो गए। घटना के बाद ग्रामीणों में जमकर रोष व्याप्त है, तनाव को देखते हुए एसीपी चकेरी पूर्वी अभिषेक पांडे और महाराजपुर थाना प्रभारी संजय कुमार पांडेय फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे। उन्होंने ग्रामीणों को शांत कराया और कड़ी कार्रवाई करने का आश्वासन दिया।
क्षेत्रीय शिवबरन बाबा के अनुसार, मंदिर के प्रति ग्रामीणों की अटूट आस्था है।
एसीपी चकेरी पूर्वी अभिषेक पांडे ने बताया कि पुजारी की शिकायत पर पूरे मामले की जांच की जा रही है। जो भी तथ्य प्रकाश में आएंगे उसी के आधार पर कार्रवाई की जाएगी।