
संवाददाता
कानपुर। घाटमपुर में युवकों ने रातों रात अमीर बनने की चाह में बाइक चोरी कर बेचने का काम शुरू कर दिया। यह गिरोह शहर व आसपास से बाइक चोरी करता और उन्हें सस्ते दामों में ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों को बेंच देता था। घाटमपुर पुलिस ने चार बाइक चोरों को गिरफ्तार कर कुल पांच बाइकें व एक बाइक के पार्ट्स बरामद किए हैं। इसमें चार बाइक व एक बाइक के पार्ट्स चोरी के मिले हैं। यह गिरोह कानपुर शहर में विभिन्न जगहों से बाइक चोरी करके रघुनाथपुर स्थित नहर विभाग की खंडहरनुमा कोठी में रखते थे। इसके बाद उन्हें धीरे-धीरे बेच देते थे। पुलिस ने सभी को न्यायालय में पेश करके जेल भेजा है।
घाटमपुर इंस्पेक्टर धनंजय कुमार पांडेय ने बताया कि गजनेर रोड पर भदरस चौराहा के पास वाहन चेकिंग के दौरान बिना नंबर की दो बाइकों से जा रहे तीन युवक पकड़े गए थे। उनकी पहचान साढ़ थाना क्षेत्र के लालपुर गांव निवासी रवि सोनकर, शमशेर और पड़ी निवासी सौरभ संखवार के रूप में हुई।
पूछताछ में उन्होंने स्वीकार किया कि बाइकें चोरी की हैं। इसके साथ ही बताया कि सिरोह गांव निवासी राकेश यादव भी उनके साथ चोरी में शामिल रहता है। यह भी बताया कि चोरी की कुछ बाइकें रघुनाथपुर रोड रेलवे क्रासिंग के पास नहर विभाग की खंडहरनुमा कोठी में छिपाकर रखी गई हैं। इस पर पुलिस ने राकेश को भी गिरफ्तार किया और खंडहर से चोरी की दो अन्य बाइकें व एक बाइक के पार्ट्स बरामद किए ।
पुलिस को उनके पास एक और बाइक मिली, जिसे सीज कर दिया गया। पुलिस ने बताया कि आरोपितों के पास से चोरी की चार बाइकें व एक बाइक के पार्ट्स मिले हैं। चोरी की गई बाइकों के संबंध में गुजैनी, बर्रा और गोविंदनगर थानों में मुकदमे दर्ज हैं। पुलिस ने बाइकों के मालिकों को उनकी बाइक मिलने की जानकारी दी है।
घाटमपुर पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए आरोपियों ने बताया कि वे शौक पूरा करने के लिए चोरी करते थे। वह सभी रातों रात अमीर बनना चाहते थे, उन्होंने बताया कि शमशेर बर्रा-आठ में किराए के मकान में रहकर आसपास के बाजार में बाइकों की रेकी करता था। इसके बाद वह उन लोगों को खबर करता था। सभी लोग लाक तोड़कर बाइक चोरी करते थे और शमशेर को वहीं छोड़कर चले आते थे। चोरी की बाइक राकेश को सौंप दी जाती थी। इसके बाद वह उसे खंडहर में छिपा देता। इसके बाद बाइक व उसके पार्ट्स बेचकर रुपये देता था जो आपस में बांट लिए जाते थे।