—शहीद के नाम से अविकसित स्थान को ही विकसित करे नगर निगम- प्रतिभा शुक्ला

संवाददाता
कानपुर। कानपुर नगर निगम वैसे तो भ्रष्टाचार के नाम पर घोटाले करने में अग्रणी रूप से अपनी पहचान कायम रखने में सफल रहा है। बीते कई सालों से नगर निगम की भ्रष्ट इकाई इन्जीनियरिंग किसी भी क्षेत्र में कोई भी मौका छोड नही रही। नगर निगम की भ्रष्ट इकाई के भ्रष्टाचार करने के कारनामे नित नए प्रकार सामने आते रहे हैं लेकिन विभाग के आला अधिकारी मौन साधकर बैठे हैं। विभाग की भ्रष्टाचारी टीम ने अब तो भ्रष्टाचार की पराकाष्ठा पार कर दी है। अब तो गैग शहीदों के नाम पर विकास के लिए आने वाली रकम पर भी अपनी नजरें गडाकर उसे पूरी तरह से डकारने में तुल गया है। बीते अप्रैल माह में पहलगाम में हुए आतंकी हमले में मारे गए शुभम द्धिवेदी के नाम पर शासन से पारित अनुमानित लगभग 2 करोड आवन्टित धनराशि की लागत से उद्यान एवं खेल मैदान का निर्माण होना तय किया गया जिसके लिए नगर निगम को इन दोनों विकास कार्यों का उत्तरदायित्व सौंपा गया था। इन दोनों विकास कार्यों के लिए नगर निगम की भ्रष्टाचारी इन्जीनियरिंग टीम ने धन आवन्टित होते ही उसे डकारने का षडयन्त्र रचना शुरु कर दिया गया। जिसके चलते शुभम द्धिवेदी के निवास से लगभग दो किलोमीटर दूर वार्ड 74 नारायण धाम, हरदेव बाबा प्राचीन मन्दिर एलआईसी पार्क जो पूर्ण रूप से विकसित एंव सुसज्जित है। उसके ही विकास को लेकर धरातलीय दिखावटी एवं बनावटी कार्यवाई अमल में लाने लगा। विकसित उद्यान में आवन्टित धनराशि का कुछ प्रतिशत धन लगाकर बाकी की रकम डकारने की व्यवस्था शुरु कर दी। जिसका वहां के क्षेत्रीय नागरिकों ने विरोध शुरु कर दिया। कपिल मिश्रा, राजीव
शुक्ला,बउआ त्रिवेदी,महेश प्रसाद,अभिषेक ,अंकित, बृजेन्द्र का प्रतिनिधि मण्डल महिला कल्याण, बाल विकास एवं पुष्टाहार राज्य
मन्त्री प्रतिभा शुक्ला से मिला और नगर निगम के भ्रष्टाचार की शिकायत की। राज्यमन्त्री ने क्षेत्रीय लोगों की शिकायत को गंभीरता से लेते हुए नगर निगम के आला आलाधिकारियों से मामले की जांच पडताल कर डाली। जांच करने पर पता चला की जिस स्थान के लिए आवंटित धनराशि का प्रयोग किया जा रहा है वह पूर्ण रूप से पहले ही विकसित किया जा चुका है। इसके उपरान्त राज्यमन्त्री ने नगर निगम का मार्गदर्शन करते हुए अवगत कराया कि कानपुर विकास प्राधिकरण का एक लाखो मीटर का बडा क्षेत्रफल शताब्दी उद्यान अविकसित रूप से विद्यमान है जिसका विकास शहीद शुभम द्धिवेदी के नाम पर किया जा सकता है। जोकि शुभम के घर के निकट भी है क्षेत्रीय नागरिकों का कहना है नारायण धाम, हरदेव बाबा पार्क पूर्व से ही विकसित है जिसकी देख रेख हम सभी मिलकर करते हैं जिसमें समय- समय पर वर्ष में अनेक प्रकार के धार्मिक एवं
सास्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है। क्षेत्रीय जनता के मुताबिक इस मामले में यहां के पार्षद की भूमिका भी उदासीन रही है जिन्होंने नगर निगम के अधिकारियों के घृणित कार्यों का भी विरोध नही किया। हम लोग उम्मीद करते हैं कि नगर आयुक्त इस मामले को संज्ञान में
लेकर उचित कार्रवाही करते हुए शताब्दी उद्यान को विकसित कराके शहीद को सच्ची
श्रद्धान्जलि अर्पित करेंगे।