संवाददाता।
कानपुर। नगर में वीएसए कंपनी ने पाइप लाइन डालने के लिए गांवों में खोदी गई सड़कें दोबारा दुरुस्त करने की रिपोर्ट डाली थी। जो कि जांच में झूठी साबित हो गयी। जबकि जल निगम ग्रामीण अधिशाषी अभियंता ने डीएम विशाख जी को ग्राम पंचायतों में उखाड़े गए मार्गों को सही कराने की रिपोर्ट दी थी। डीएम ने पांच सड़कों की जांच पांच जिला स्तरीय अधिकारियों से कराई तो सभी सड़कें टूटी-फूटी मिलीं। झूठ रिपोर्ट देने पर जिलाधिकारी ने अधिशाषी अभियंता को नोटिस देकर जवाब मांगा है। सही जवाब न देने पर कार्रवाई होगी। गांवों में हर घर तक नल से पानी पहुंचाने के लिए जल जीवन मिशन के तहत पाइप लाइन बिछाने का काम किया जा रहा है। जिसमें सड़कों को खोदकर पाइप लाइन डाली जा रही है। योजना की समीक्षा बैठक के दौरान वीएसए कंपनी ने अपनी रिपोर्ट में बताया थी कि जितने भी गांवों में काम हुआ है, वहां की सड़कों को दुरुस्त करा दिया गया है। कंपनी द्वारा बताई गई रिपोर्ट के आधार पर डीएम ने अपने स्तर से जिला स्तरीय अधिकारियों की टीम गठित कर पांच गांवों की सड़कों की जांच कराई। जिसमें जिला कार्यक्रम अधिकारी ने बिधनू ब्लाक के मगरासा ग्राम पंचायत की सड़कों की जांच की तो पाया कि सड़कें अभी भी खुदी पड़ी हैं। उसकी वजह से कीचड़ फैल रहा है अभी तक सही नहीं की गई। जिला कृषि अधिकारी ने सरसौल ब्लाक की महुआ गांव की सड़क जांची। जिसमें इंटरलाकिंग, खडंजा, सीसी मार्ग सभी खुदे पड़े हैं। उन्हें सही नहीं किया गया। भीतरगांव ब्लाक के चतुरीपुरवा गांव की सड़क लगभग सही मिलीं। इसी ब्लाक की बीरसिंहपुर गांव की सड़कें उखड़ी पड़ी हैं। 7 सड़कें अधूरी बनीं हैं। लाखनखेड़ा गांव में पीएचसी के सामने वाली गली खुदी पड़ी। अन्य मार्गों पर मिट्टी डालकर छोड़ दिया गया। कंपनी द्वारा झूठी रिपोर्ट प्रस्तुत करने पर डीएम ने जमकर फटकार लगाई है। उन्होंने जल निगम ग्रामीण अधिशाषी अभियंता को नोटिस जारी कर जवाब तलब किया है।