संवाददाता।
कानपुर। नगर में निराश्रित गोवंश दर दर भटकते रहते है उनकी समस्या का समाधान नगर निगम ने निकाल लिया है। नगर में निराश्रित गोवंशों के लिए एक बड़ी गौशाला का निर्माण होने जा रहा है। जन्माष्टमी के अवसर पर गुरुवार को महापौर प्रमिला पांडेय ने पूजन कर राधिका उपवन का शिलान्यास किया। यहां उन्होंने गायों का पूजन भी किया। गौशाला में करीब 1 हजार निराश्रित गोवंश रखे जा सकेंगे। यह गौशाला 3 एकड़ जमीन में बनकर तैयार होगी। महापौर ने बताया कि निराश्रित गोवंशों के लिए कानपुर की ये दूसरी सबसे बड़ी गौशाला है। इसमें सड़कों पर घूम रहे निराश्रित गोवंशों को रखा जाएगा। इसको बनाने में करीब 6 माह का समय लगेगा। इसको बनाने में करीब 3 करोड़ 17 लाख रुपए खर्च किए जाएंगे। नगर निगम इसे अपनी जमीन पर बना रहा है। शिलान्यास में अपर नगर आयुक्त प्रतिपाल सिंह चौहान भी मौजूद रहे। कानपुर की सड़कों पर करीब 10 हजार से ज्यादा निराश्रित गाय, सांड घूम रहे हैं। ये पॉलिथीन, कूड़ा कचरा खाकर बीमार भी हो रहे हैं। कई बार एक्सीडेंट का कारण भी बन रहे हैं। इससे जानवरों को भी चोट लग रही है, कई बार तो इनकी मौत तक हो जा रही है। ऐसे में नई गौशाला बनने के बाद निराश्रित जानवरों को पकड़ने के अभियान में तेजी आएगी। पशु चिकित्साधिकारी डा. आरके निरंजन ने बताया कि मौजूदा समय में नगर निगम पनकी अस्थाई गौशाला और कान्हा उपवन को संचालित कर रहा है। यहां करीब साढ़े 6 हजार गायों को रखा गया है। दोनों ही गौशाला पूरी तरह फुल हैं, यहां और जानवर रखने के लिए ज्यादा जगह भी नहीं बची है। ऐसे में अब नई गौशाला का निर्माण नगर निगम कराने जा रहा है।