September 8, 2024

संवाददाता।
कानपुर। नगर में थाने के अन्दर पीड़िता से महिला कांस्टेबल ने कपड़े उतरवा लिए थे। ये आरोप महिला कांस्टेबल पर लगने के बाद आज इस मामले की जांच शुरू हो गयी है। हैलट अस्पताल के बाल रोग विभाग में एडीसीपी साउथ अंकिता शर्मा सिविल ड्रेस में पहुँची और उन्होंने पीड़िता के परिवार के बयान दर्ज किए। अंकिता शर्मा ने बताया है कि पीड़िता के परिवार के आरोप झूठे है, प्राथमिक जांच में सामने आया है कि लड़की के पैर में टैटू बना हुआ था। उसे मिटाने की कोशिश की गई थी। महिला कांस्टेबल ने टैटू देखने के साथ ही फोटो खींचा था। उस वक्त वहां पर आरोपी मौजूद नहीं था। नगर के साढ़ थाना क्षेत्र के एक गांव में रहने वाली 16 वर्षीय किशोरी के परिवार के लोगों ने गांव के अमन करील नाम के युवक पर छेड़खानी का आरोप लगाते हुए 3 सितंबर को छेड़खानी, पाक्सो समेत अन्य गंभीर धाराओं में एफआईआर दर्ज कराई थी। इसके बाद पीड़िता के पिता ने आरोप लगाया कि महिला कांस्टेबल ने आरोपी के सामने उनकी बेटी के कपड़े उतरवाकर फोटो खींची थी। इसके बाद से किशोरी अवसाद में चली गई है। उसे इलाज के लिए हैलट बालरोग अस्पताल में भर्ती कराया गया है। परिजनों के यह आरोप लगाते ही पुलिस विभाग में हड़कंप मच गया। कानपुर से लेकर लखनऊ तक के अफसरों ने इसका संज्ञान लेकर जांच का आदेश दिया। एडीसीपी साउथ अंकिता शर्मा बुधवार दोपहर को सिविल ड्रेस में हैलट के बाल रोग विभाग पहुंची। उन्होंने परिवार के लोगों और पीड़िता से बात की। एडीसीपी ने कहा कि परिवार के लोग अपने बयान से मुकर रहे हैं। उन्होंने लिखित में भी यह दिया है कि उनकी ओर से लगाए गए आरोप निराधार हैं। मामले की जांच की जा रही है। जांच पूरी होने के बाद इसकी रिपोर्ट पुलिस कमिश्नर को सौंपी जाएगी। भले ही परिवार के लोग अपनी बात से मुकर गए हैं, लेकिन जांच में यह भी तथ्य सामने आया कि पीड़िता किशोरी और आरोपी अमन दोनों ने एक-दूसरे के नाम का टैटू शरीर में बनवा रखा था। किशोरी ने अपनी शरीर में बने आरोपी के नाम का टैटू मिटाने की भी कोशिश की थी। कांस्टेबल ने किशोरी के पैर पर बने टैटू को देखा और फोटो खींची थी। इसके लिए कपड़े उतारने की जरूरत नहीं है। क्यों कि किशोरी के पैर में गुठने के नीचे टूैटू बना था। सलवार ऊपर करके टैटू आसानी से देखा जा सकता है। पुलिस की जांच में यह सामने आया है कि आरोपी और पीड़िता दोनों के बीच पहले दोस्ती थी। लड़की नाबालिग और लड़का बालिग है। लड़की के घर वालों को उसका मिलना-जुलना पसंद नहीं था। रोक लगाने पर जबरन छेड़खानी करने लगा। इस बात को लेकर परिवार के लोगों ने लड़के के घर वालों से शिकायत की तो पंचायत बैठी। आरोपी अमन गांव के दबंग व रसूखदार पूर्व प्रधान राम बिहारी उर्फ फैलू का भतीजा है। इसके चलते दोनों पक्षों के बीच समझौता हो गया था। इसके बाद भी आरोपी की हरकते बंद नहीं हुई तो उन्होंने 3 सितंबर को मामले में एफआईआर दर्ज कराई और मामला यहां तक पहुंच गया। एडीसीपी साउथ अंकिता शर्मा ने बताया कि आरोपी अमन की तलाश में छापेमारी की जा रही है। जल्द ही उसे गिरफ्तार करके जेल भेजा जाएगा। क्योंकि पीड़िता नाबालिग है। अगर उसकी सहमति भी है तो वह गैर कानूनी है। क्योंकि आरोपी बालिग और पीड़िता नाबालिग है।

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