संवाददाता।
कानपुर। देश को जहां सरकार विश्व मे ऊपर ले जाने में अपना अत्यधिक योगदान दे रही है और देश मे से घूस जैसी चीज़ों को हटाने में लगी हुई है। हमारे देश को सर्वश्रेष्ठ स्थान दिलाने के लिए जहाँ भारत सरकार अपनी पूरी निष्ठा के साथ काम कर रही है। और गरीबो को समान अधिकार दे रही है उन्हें राशन पानी आदि उपलब्ध करा रही है। ऐसे में विभाग के कुछ कर्मचारी देश के दुश्मन बने हुए है, वे कर्मचारी घूस लेकर के खुद को बड़ा बना रहे है, खासकर घूस की कमाई गरीबो से वसूल की जाती है। गरीबों को परेशान करा जाता है, उन्हें धमकियां तक दी जाती है। ये सब कर्मचारी गरीबो को परेशान करते है और उनसे घूस की रकम वसूलते है। नगर में एंटी करप्शन की टीम ने कैंट बोर्ड में एक बाबू को घूस लेते रंगे हाथों दबोच लिया। लखनऊ की टीम ने भ्रष्टाचार के मामले में पूरी कार्रवाई की है। कैंट बोर्ड से सफाई कर्मी रामवती सेवानिवृत्त हो चुकी हैं। उनकी पेंशन और फंड के दस्तावेज बनने थे। इसी नाम पर कैंट बोर्ड कानपुर में कार्यरत बाबू धर्मेन्द्र कुमार ने चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी आनंद वर्मा उर्फ लड्डू से 40 हजार रुपए की घूस मांगी थी। शिकायत पर सीबीआई की एंटी करप्शन विंग ने बुधवार दोपहर को रामवती के साथ पहुंची और घूस देते ही चपरासी आनंद और लिपिक (बाबू) धर्मेंन्द्र को घूस लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। दोनों से मिटिंग हॉल में टीम पूछताछ कर रही है। इसके साथ ही शिकायतकर्ता रामवती के भी बयान दर्ज किया है। टीम ने बताया कि जांच पड़ताल के बाद घूसखोर बाबू और चपरासी के खिलाफ कैंट में एफआईआर दर्ज कराने के साथ ही दाखिल किया जाएगा। यहां से दोनों को जेल भेजा जाएगा। विभाग को भी कार्रवाई के लिए एक रिपोर्ट सौंपी जाएगी।