
संवाददाता
कानपुर। साइबर ठगों ने दो कारोबारियों के साथ 56.27 लाख की ठगी को अंजाम दिया। शेयर ट्रेडिंग में ज्यादा मुनाफे का लालच देकर शातिरों ने ठगी को अंजाम दिया। कारोबारियों ने साइबर थाना में रिपोर्ट दर्ज कराई है। पुलिस ने दोनों मामलों में जांच शुरू कर दी है।
आजाद नगर निवासी विशम्भर अरोड़ा रेडीमेड कपड़ों के कारोबारी है। उनके मुताबिक मोबाइल पर इशिता कपूर का व्हाट्स एप पर कॉल आया। इशिता ने बताया कि उनकी कम्पनी शेयर मार्केट में 10-15 प्रतिशत कम रेट पर शेयर व आईपीओ उपलब्ध कराती है। शेयर मार्केट में इनवेस्ट करने पर अधिक लाभ कराती है। इसके बाद इशिता ने कारोबारी को बजाज 111स्टॉक मार्केट वेदरवाने नाम के ग्रुप से जोड़ दिया।
विशम्भर के मुताबिक उस ग्रुप में पहले से ही 89 सदस्य थे। ग्रुप में टेक्स्ट के माध्यम से ट्रेडिंग की टिप्स और एनालिसिस कर उसमें पैसा इनवेस्ट कर प्रॉफिट पर जोर दिया जाता था। षड्यंत्रकारी लोगो द्वारा ग्रुप में बतायी हुई टिप्स और विश्वास दिलाये जाने के कारण कारोबारी ने ग्रुप में दिए गए लिंक को डाउनलोड कर लिया। इसमें कारोबारी के नाम से ट्रेडिंग एकाउंट दिखाई देने लगा। कारोबारी ने इनवेस्टमेंट शुरू कर दिया।
पाँच बार में कारोबारी ने लगभग 30,808 रुपया विड्रा किया। जिससे कारोबारी का विश्वास और बढ़ गया। 6 मई 2025 को अरुनाया आर्गेनिक्स आईपीओ और 15 मई 2025 को वर्चवल गैलेक्सी इन्फोटेक आईपीओ में इनवेस्ट कर दिया। 19 मई 2025 को आईपीओ का एलाटमेन्ट हुआ तब कारोबारी को अपने खाते में 1.99 करोड़ का लाभ दिखने लगा। इसपर 19 मई 2025 को कारोबारी ने 50 लाख रुपए विड्रा करने की रिक्वेस्ट डाली तो वो रिजेक्ट कर दी गई। कारोबारी ने कम्पनी के लोगों से सम्पर्क किया।
तब उन्हें बताया गया कि 1.99 करोड़ का 15 प्रतिशत 29.91 लाख रुपया प्लेटफार्म फीस जमा करने के बाद धनराशि विड्रा कर सकते हैं। कारोबारी के मुताबिक जब तक उन्हें अहसास हुआ कि उनके साथ साइबर ठगी हो गई है तब तक वो 46.34 लाख रुपए इनवेस्ट कर चुके थे। इसके बाद कारोबारी ने साइबर थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई है।
इसी तरह आनंद विहार सोसाइटी कोयला नगर चकेरी निवासी रामरूप सिंह के मुताबिक उनके मोबाइल पर शरोन त्रिवेदी नाम की महिला ने सम्पर्क किया इसके बाद 19 अप्रैल 2025 को उन्हें एक ट्रेडिंग ग्रुप से जोड़ दिया गया। ग्रुप में 80 सदस्य पहले से मौजूद थे। जो कि शेयर ट्रेडिंग में भारी लाभ कमाने का दावा प्रतिदिन करते थे। ग्रुप में शरोन के अलावा एडमिनिस्ट्रेटर और मुहुल गोयल और इशिता कपूर ग्रुप एडमिन थे। भारी मुनाफा कमाने का लालच देकर रामरूप को पैसा लगाने के लिए प्रेरित किया गया।
रामरूप के मुताबिक आरोपियों ने उन्हें आईएनडब्लू एसीसी एप व्हाट्सएप पर भेजकर डाउनलोड करवाया। यह शेयर ट्रेडिंग का फर्जी एप है। जिसकी जानकारी पीड़ित को बाद में हुई। रामरूप के मुताबिक उनके कहे अनुसार पीड़ित ने 9.93 लाख रुपए इनवेस्ट कर दिए मगर मुनाफा मांगने पर आरोपी और पैसे मांगने लगे। तब मामले में पीड़ित ने एफआईआऱ दर्ज कराई।





