
आ स. संवाददाता
कानपुर। शनिवार को एक शर्मनाक घटना प्रकाश में आयी जिसका वीडियो भी वायरल हो गया जिससे कानपुर विकास प्राधिकरण विभाग में हडकम्प मचा रहा। माना जा रहा है कि रिश्वत में मिलने वाले रूपयों के बंदरबांट को लेकर एक स्थायी और आउट सोर्सिग कर्मचारी आपस में भिड गए। दोनों ने एक दूसरे को देख लेने की धमकी तक दे डाली।
कानपुर विकास प्राधिकरण में दोनों कर्मचारियों के भिडने का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया, जिसमें कथित तौर पर एक दूसरे को नीचा दिखाने की बात भी दोहराते नजर आ रहे थे और पद की गरिमा का ख्याल रखने की हिदायत देने और कुछ बातों लेकर आपस में लड़ रहे थे। यही नही स्थायी तौर पर लिपिक वर्ग में तैनात महिला कर्मचारी आउट सोर्सिंग कम्प्यूटर आपरेटर को अपशब्द कहने से भी गुरेज नही कर सकी। दोनों कर्मचारियों के बीच हुए विवाद के दौरान कार्यालय में कर्मचारियों की खासी भीड़ भी जुटी रही और एक दूसरे को समझाने में लगी रही।
बताते चलें कि कानपुर विकास प्राधिकरण के उद्यान विभाग में लिपिक वर्ग में तैनात महिला कर्मचारी विनीता तिवारी ने कम्प्यूटर विभाग में आपरेटर वर्ग में तैनात आउट सोर्सिंग कर्मचारी आशीष निगम को केवल ए इधर आ यहां कहकर बुलाया जो आपरेटर को बहुत ही बुरा लगा। सबके सामने खुद को अपमानित महसूस करते हुए आपरेटर ने महिला कर्मचारी से अपना विरोध प्रकट किया तो बात आगे बढ गयी। आपरेटर का जोर से बोलना महिला कर्मचारी को अच्छा नही लगा तो बात तिल का ताड बन गयी। बात कर्मचारी यूनियन के नेताओं तक पहुंच गयी कार्यालय में मौजूद अन्य कर्मचारियों ने दोनों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन सफलता किसी को नही मिल सकी।यहां तक कि महिला कर्मचारी ने आगे से आपरेटर को कम्प्यूटर कक्ष में बैठने पर रोक लगवाने की बात भी कह डाली।महिला कर्मचारी ने आपरेटर को नौकरी से निकलवाने की धमकी दी तो आपरेटर ने भी उनको उनका नौकर न होकर विभाग की नौकरी करने की बात दोहरा दी।
वायरल वीडियो में महिला कर्मचारी आपरेटर की शिकायत विभाग के उपाध्यक्ष से करने की बात कहती दिखायी व सुनायी दे रही है।
केडीए के सूत्र बताते हैं कि दोनों एक ही तल में बने विभागों में कार्यरत हैं लेकिन पहले दोनों की नजदीकियां थी आपरेटर महिला कर्मचारी को उनके घर तक छोडने तक जाता रहा है लेकिन कुछ समय पहले से पैसों के लेन देन के चक्कर में दोनों के बीच मनमुटाव शुरु हुआ था जो शनिवार को विकराल रूप अख्तियार कर गया। केडीए के एक कर्मचारी ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि पैसों की बंदरबांट का झगडा अब बढ गया है जिसमें पूर्व कर्मचारी नेता भी शामिल रहे हैं। ये बात कहां तक जाएगी कुछ कहा नही जा सकता है।