August 3, 2025

आ स. संवाददाता 
कानपुर।
  एक पीड़िता जीवनसाथी डॉट कॉम से एक युवक से शादी करके परेशान हो गई । शादी के कुछ दिन तक तो सब ठीक चला। उसके बाद पीड़िता का आरोप है कि पति ने उससे व उसके पिता से लाखों रुपए ऐंठ लिए उसके बाद गुजरात में रहने लगा।
इतना ही नहीं गुजरात में उसने चोरी चुपके डायवोर्स का एक केस भी फाइल कर दिया। जिसमें पत्नी का पता गलत डलवा दिया ताकी नोटिस न आ पाए। जब पीड़िता गुजरात पहुंची तब उसे केस के बारे में जानकारी हुई। इस मामले अब पीड़िता ने नौबस्ता थाने में तहरीर दी है। आरोप है कि पुलिस मामले में सुनवाई नहीं कर रही है ।
रविन्द्र नगर यशोदा नगर निवासी शैलजा अहिरवार के मुताबिक मार्च 2024 में जीवन साथी डॉट कॉम नाम की वेबसाइट के जरिए उनकी मुलाकात राकेश नाम के युवक से हुई। राकेश लालजी टोला सीडीए के पीछे पटना का निवासी है।
दोनों में बातचीत शुरू हो गई। शैलजा के मुताबिक राकेश ने बातचीत में उसे जानकारी दी कि वो माता पिता के साथ पटना में नहीं रहता। बल्कि सूरत गुजरात में गद्दा और कुशन बनाने वाली फैक्ट्री चलाता है। शैलजा के मुताबिक बातचीत के बाद राकेश ने शादी करने का प्रस्ताव रखा जिसके बाद दोनों ने 19 जून 2024 को तपेश्वरी देवी मंदिर में विधिवत विवाह कर लिया।
20 जून 2024 को कानपुर कोर्ट में मजिस्ट्रेट के सामने अपने विवाह का रजिस्ट्रेशन भी करा लिया। शैलजा के मुताबिक 22 जून 2024 को वो दोनों सूरत चले गए। शैलजा के मुताबिक कुछ दिन बाद ही राकेश ने शैलजा पर घर से पैसे लाने का दबाव बनाना शुरू कर दिया।
शैलजा के मुताबिक इसके बाद पिता श्याम प्रकाश ने चार लाख रुपए नगद पति राकेश को दे भी दिए। इसके बाद उसने पिता को फोन कर धमकी देकर पैसे भेजने का दबाव बनाना शुरू कर दिया।
शैलजा के मुताबिक राकेश ने बैंक में उसके नाम पर 15 लाख रुपए का लोन ले लिया। शैलजा के मुताबिक राकेश ने दबाव बनाकर उनके खाते से 6 लाख रुपए निकालकर हड़प लिए। फिर शैलजा पर बैंक से और अधिक लोन लेने का दबाव बनाने लगा।
शैलजा के मुताबिक जब उसने पैसे देने का विरोध करना शुरू किया तो उसने गाली गलौज और जातिसूचक शब्दों का इस्तेमाल करना शुरू कर दिया। इतना ही नहीं शैलजा के साथ मारपीट भी की। इसके बाद नवम्बर 2024 में उसने सूरत की फैमली कोर्ट में चुपचाप तलाक का मुकदमा दाखिल कर दिया।
शैलजा के मुताबिक राकेश ने उनका पता भी गलत डाला ताकी कोर्ट के नोटिस उन तक न पहुंच सके। पीड़िता के मुताबिक जब उन्हें जानकारी हुई तो वो खुद सूरत गई तब केस के बारे में पता चला।
पीड़िता के मुताबिक सूरत में उन्होंने राकेश के खिलाफ प्रार्थना पत्र दिए, मगर सुनवाई नहीं हुई। इसके बाद उन्होंने नौबस्ता थाने में प्रार्थना पत्र दिया। पुलिस ने राकेश से बात की तो उसने कोर्ट में मुकदमा होने की बात बता दी। जिसके बाद से यहां भी पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की।
नौबस्ता इंस्पेक्टर संतोष कुमार सिंह के मुताबिक पीड़िता के प्रार्थना पत्र की जांच की जा रही है। जो भी तथ्य सामने आएंगे उसी के हिसाब से आगे की कार्रवाई की जाएगी। पीड़िता को भी इसकी जानकारी दी जा चुकी है। 

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