
आ स. संवाददाता
कानपुर। पनकी पड़ाव रेलवे क्रासिंग दिल्ली-हावड़ा रूट पर होने के कारण लोगों को जाम की समस्या से जूझना पड़ता है। इस समस्या से निजात के लिए सेतु निगम ने 305 करोड़ का प्रोजेक्ट तैयार किया है। वित्तीय वर्ष 2025–26 की कार्य योजना में इस प्रस्ताव को शामिल कर लिया गया है। मंजूरी मिलने के बाद भूमि अधिग्रहण की कार्रवाई की जाएगी।
दिल्ली–हावड़ा व्यस्ततम रूट होने के कारण पनकी पड़ाव क्रासिंग एक दिन में लगभग 200 से अधिक बार बंद होती है। जिस कारण 60 हजार से अधिक छोटे-बड़े वाहनों को जाम में फंसना पड़ता है। कई बार क्रासिंग बंद होने पर एंबुलेंस और अग्निशमन वाहन भी फंस जाते हैं।
जाम की समस्या को दूर करने के लिए लंबे अर्से से यहाँ पुल की डिमांड की जा रही है।
सांसद रमेश अवस्थी, विधायक सुरेंद्र मैथानी समेत अन्य अधिकारियों ने मौके का निरीक्षण किया था, जिसके बाद सांसद ने जल्द से जल्द एस्टीमेट तैयार कर शासन को भेजने के निर्देश दिए थे।
सेतु निगम ने 305 करोड़ का एस्टीमेट तैयार किया है, यह पुल 1197 मीटर लंबा और 16.50 मीटर चौड़ा होगा। यह पुल क्रासिंग पार करने के बाद स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया और न्यू ट्रांसपोर्ट नगर की ओर चार-चार सौ मीटर लंबा बनेगा।
सेतु निगम ने पुल निर्माण के लिए बिजली, टेलीफोन, जल निगम, यूपीपीसीएल गैस पाइप लाइन, वन विभाग, सीवर लाइन की शिफ्टिंग के लिए 5.50 करोड़ का बजट तय किया है। वहीं 150 करोड़ से भूमि अधिग्रहण का कार्य किया जाएगा। सेतु निगम महाप्रबंधक बीके सेन ने बताया कि एस्टीमेट शासन को भेज दिया गया है, जिसे वित्तीय वर्ष 2025–26 की कार्ययोजना में शामिल कर लिया गया है।
पुल बनने से पनकी, कल्याणपुर, महावीरपुरम, रतनपुर, सुन्दर नगर, शताब्दी नगर, गंगागंज कॉलोनी समेत 30 से अधिक मोहल्लों में रहने वाले 2 लाख से अधिक लोगों को राहत मिलेगी।
पनकी पड़ाव फोरलेन पुल वाई आकार का होगा। गंगागंज में नारायना मेडिकल कॉलेज की ओर जाने वाले तिराहे के पास से शुरू होकर पुल रेलवे क्रासिंग पार करने के बाद दो हिस्सों में बंट जाएगा। टू लेन का एक हिस्सा स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया और दूसरा टू लेन हिस्सा न्यू ट्रांसपोर्ट नगर की ओर मुड़ जाएगा।
इससे पनकी की ओर से आने वाले लोग जिन्हें न्यू ट्रांसपोर्ट नगर जाना है, आसानी से चले जाएंगे। यहां से जिन वाहनों को कल्याणपुर की ओर जाना है वे भी आसानी से निकल जाएंगे। इसी तरह स्टील अथॉरिटी की तरफ से आने वाले वाहनों को भी आवागमन में सुगमता होगी।