
आ स. संवाददाता
कानपुर। हाथों से तांबे पर चित्र उकेरने वाले 80 साल के रणजीत सिंह प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को ताम्रपत्र पर राम मन्दिर का चित्र बनाकर देने का इंतजार कर रहें है । दो साल पहले भी जब पीएम कानपुर आये थे, तो उन्होने दोस्ती की मिशाल के रूप मे मोदी और जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे के दौरे मे साथ टहलने की तस्वीर बनाईं थी । तब भी वो मोदी जी को वह तस्वीर भेंट करना चाहते थे। लेकिन नहीं दे सके थे । रणजीत सिंह तबसे इंतजार मे है और अब जब उन्हे पता चला कि मोदी जी 24 अप्रैल 2025 को कानपुर आ रहें है । तो उन्होंने राम मन्दिर का चित्र ताम्रपत्र पर बनाना शरू कर दिया है । उनका ये कहना है कि मै रहूं या न रहूं ,लेकिन ये मेरे हाथों से तैयार किये गये चित्र मोदी जी तक पहुंच जायें तो मुझे बहुत खुशी मिलेगी।
देश मे केवल एक मात्र हाथों से ताम्रपत्र बनाने वाले
राजस्थान के मूल निवासी रणजीत सिंह का जन्म आगरा में 1 सितंबर 1944 में हुआ था। वह 6 साल की उम्र में अपने परिवार के साथ कानपुर आ गए थे। रणजीत सिंह ने बताया कि देश में हाथों से ताम्रपत्र पर तस्वीर उकेरने वाले वह अब अकेले शख्स हैं। यह कला उनको अपने खानदान से मिली थी।
उनका परिवार राजा महाराजा के गहने और उनके शीशे की डिजाइनों में किनारों पर लगे तांबा, सोना, चांदी की डिजाइन बनाने का काम करते थे। उनके बचपन में सुनारी का काम भी उनके यहाँ होता था ,तो वह हाथों से तांबा और जस्ता पर तस्वीर उकेरने का काम सीखने लगे। इसी तरह से यह उनका शौक बन गया।
रणजीत सिंह ने बताया कि उन्हें हिंदी, पंजाबी, राजस्थानी और अंग्रेजी भाषा का ज्ञान है। अपने परिवार में चार भाई और बहनों के साथ वह पले – बढ़े । उनके पिता ठाकुर बालकृष्ण सुनारी का काम करते थे। पिताजी के न रहने के बाद उन्होंने नौकरी शुरू की और फिर शिवाले में ही कपड़े का कारोबार शुरू किया।
रणजीत सिंह ने बताया कि जीवन भर उन्होंने अपनी कला को जीवित रखने के लिए तांबे और जस्ता पर अपने हाथों से कई ऐतिहासिक तस्वीरें उकेरी । उन्हें सौभाग्य मिला कि देश के कई प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई से लेकर मनमोहन सिंह और एच डी देवगौड़ा के अलावा राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ,प्रतिभा पाटिल के साथ खिलाड़ियों में सचिन तेंदुलकर, राजनीतिक लोगों में सोनिया गांधी तक उनकी तस्वीरें भेंट के रूप में पहुंची। उन्हें इसके लिए कई सम्मान भी मिले हैं। लोगों ने उनकी कला की प्रशंसा भी की है। उनका सपना है कि ताम्रपत्र पर बना राम मंदिर का चित्र वह अपने हाथों से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को देना चाहते है।
ताम्र शिल्पकार रणजीत सिंह ने ताम्रपत्र पर 1857 गदर स्वतंत्रता संग्राम , लखनऊ का रूमी दरवाजा, यूपी विधानसभा, संसद भवन ,आगरा का ताजमहल ,कानपुर की लाल इमली, बिठूर के ऐतिहासिक घाट ,कानपुर के ग्रीन पार्क स्टेडियम में बनी विजिटर गैलरी में लगी 24 क्रिकेटरो की तस्वीर, महात्मा गांधी की दांडी यात्रा इसके साथ ही साल 2015 में रिजर्व बैंक की 80वीं वर्षगांठ पर रघुराम राजन के द्वारा दिया गया प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को दिया गया प्रतीक चिन्ह वह अपने हाथों से बना चुके हैं।