
आ स. संवाददाता
कानपुर। कल्यानपुर में सैकड़ों की तादाद में ऐसे हॉस्पिटल हैं जो बिना किसी रजिस्ट्रेशन और मानक के चल रहे हैं। इसकी कई बार सीएमओ ऑफिस में शिकायत भी हो चुकी है। किसी हॉस्पिटल में कोई घटना घटती है तो उसके बाद विभाग की आंख खुलती है। लेकिन कुछ दिन बाद फिर से सब सामान्य हो जाता है।
एसीएमओ डॉ. रमित सिंह ने कल्याणपुर स्थित पृथ्वी हॉस्पिटल का औचक निरीक्षण किया था। इस दौरान अस्पताल में प्राइवेट वार्ड से लेकर आईसीयू तक की सुविधाएं मिली, लेकिन सभी मानक के विपरीत थी। इसके बाद उन्होंने हॉस्पिटल की ओटी और आईसीयू को सीज करने की कार्रवाई की।
इस हॉस्पिटल में जब स्वास्थ्य विभाग की टीम पहुंची तो उन्होंने देखा कि करीब 10 से 12 मरीज अस्पताल में भर्ती थे। उनके स्वास्थ के साथ गंभीर रूप से खिलवाड़ किया जा रहा था। मरीजों को आईसीयू, एनआईसीयू और वेंटीलेटर जैसी सुविधाएं दी जा रही थी।
मगर इन सबको देखने के लिए प्रशिक्षित डॉक्टर और पैरामेडिकल स्टाफ नहीं था। ये देख वह अचंभित रह गए। अस्पताल में कार्यरत अधिकतर स्टॉफ और डॉक्टर बिना डिग्री और बिना परीक्षण के थे।
जैसे ही पृथ्वी हॉस्पिटल में छापेमारी की गई तो इस दौरान अस्पताल में हड़कंप मच गया। वहीं, साथ ही साथ इलाके के जो अस्पताल थे। उनमें भी हड़कंप मच गया। डॉ. रस्तोगी ने अस्पताल प्रबंधक से रजिस्ट्रेशन, कागज और स्टाफ का विवरण मांगा, लेकिन वह दे पाने में असमर्थ रहे।
उसके खिलाफ कार्रवाई करते हुए आईसीयू और ओटी को सीज कर दिया गया। ड्यूटी डॉक्टर भी मौके पर नहीं मिले।
डॉ. रस्तोगी ने बताया कि अस्पताल संचालक को नोटिस देकर दो दिन के अंदर जवाब मांगा गया है। जवाब ना देने पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। अस्पताल को ब्लैक लिस्ट भी किया जा सकता है।