May 6, 2025

आ स. संवाददाता

कानपुर। चैत्र नवरात्रों के अंतिम दिन रविवार को देवी मां सिद्धिरात्रि की पूजा के साथ ही नवरात्रों का समापन कन्याओं को भोजन कराने के साथ किया गया। 

नवरात्रि यानी उमंग से खिल जाने का पर्व। कहते है कि नौ दिनों तक दैवीय शक्तियां मनुष्य लोक में भ्रमण के लिए आती है। इन दिनों देवी के उपासक व्रत रखकर देवी के नौ अलग-अलग रूपों की पूजा करते हैं तथा अंतिम दिन नौ कन्याओं व एक लड़के को जिमाने के साथ ही व्रत का समापन होता है। इसी के तहत आज देश भर में कन्याओं को भोजन कराने के साथ ही मां दुर्गा की पूजा संपन्न की गई।  

कानपुर नगर में रविवार को नौ दिनों तक पूजा में संलिप्त रहने वाली महिला एवं पुरुषों ने अपने व्रत का समापन नौ बेटियों की पूजा-अर्चना व उन्हे हलवा, पूडी, छोले व नारियल का भोग लगाने के साथ ही किया। माता के भक्तों ने सुबह स्नान करके, नए वस्त्र पहनकर माता को सफेद फूल अर्पित करके मां को प्रसन्न करने का काम किया । इसके बाद उन्हे हलवा, चना और पूड़ी का भोग लगाकर उनकी आरती की गयी।  महानवमी के दिन नगर में जगह जगह कन्या भोज के बाद विशाल भंडारे का आयोजन किया गया। जहां भक्तो ने माता रानी के दर्शन के साथ भंडारे का प्रसाद ग्रहण किया। नगर के सबसे प्रसिद्ध दुर्गा मदिरों में  बिरहाना रोड स्थित तपेश्वरी देवी,शास्त्री नगर स्थित काली मठिया,शुक्लागंज स्थित माता दुर्गा देवी,किदवई नगर स्थित जंगली देवी,बाराह देवी, कल्याणपुर स्थित आशा देवी मन्दिर समेत अनेकों  मन्दिरों में माता सिद्धिरात्रि  का विशेष श्रृंगार भी किया गया  उसके बाद माता रानी को भोग लगाया गया। माता के दर्शन पूजन के लिए मन्दिरो में सुबह से ही भक्तों का जनसैलाब उमड़ा जो देर रात तक जारी रहा ।