
आ स. संवाददाता
कानपुर। भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने वक्फ संशोधन विधेयक 2025 को लेकर अपनी गहरी चिंता व्यक्त की है। पार्टी ने इसे संविधान के मूल ढांचे पर हमला और अल्पसंख्यकों के अधिकारों के लिए हानिकारक बताया है। यह विधेयक वक्फ संपत्तियों के प्रबंधन और प्रशासन में सुधार के उद्देश्य से पेश किया गया था। हालांकि, विपक्ष ने इसे विभाजनकारी और लोकतांत्रिक मूल्यों के खिलाफ करार दिया है। कांग्रेस पार्टी ने इसे सुप्रीम कोर्ट में चुनौती देने की योजना बनाई है।
अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष और राज्यसभा सांसद मल्लिकार्जुन खड़गे ने इस विधेयक को लेकर अपनी गहरी चिंता व्यक्त की है। उन्होंने इसे संविधान के मूल सिद्धांतों पर हमला और अल्पसंख्यकों के अधिकारों को कमजोर करने का प्रयास बताया है। खड़गे ने कहा है कि यह विधेयक वक्फ संपत्तियों पर सरकार और भाजपा से जुड़े लोगों को कब्जा करने का अधिकार देगा, यह विधेयक मुसलमानों के व्यक्तिगत अधिकारों को छीनने का प्रयास है।
उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अल्पसंख्यक विभाग के प्रदेश सचिव हाजी मोहम्मद तौफीक कुरैशी ने भी इस विधेयक को संविधान पर हमला और सोची-समझी साजिश करार दिया है। उन्होंने कहा कि यह अधिनियम न केवल मुस्लिम समाज की संपत्तियों को निशाना बनाता है, बल्कि भविष्य में अन्य धर्मों को भी प्रभावित कर सकता है।
कांग्रेस पार्टी ने चेतावनी दी है कि यह विधेयक लोकतांत्रिक मूल्यों के खिलाफ है और कांग्रेस पार्टी इसे सुप्रीम कोर्ट में चुनौती देने के लिए प्रतिबद्ध है। कांग्रेस पार्टी इस विधेयक के खिलाफ अपनी लड़ाई जारी रखेगी।