August 3, 2025

आ स. संवाददाता 
कानपुर।
  रविवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नगर में विकास कार्यों की समीक्षा बैठक की थी। इस दौरान मुख्यमंत्री ने जल निगम के अधूरे कार्यों को लेकर जमकर फटकार लगाई थी और मामले में जिलाधिकारी को जांच करने के आदेश दिए गए थे। इसके बाद डीएम ने जांच शुरू कर दी है।
मुख्यमंत्री से कल्याणपुर विधायक नीलिमा कटियार ने सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट बनियापुरवा और सीवर लाइन चालू ही न होने की शिकायत की थी। इसकी वजह से 8 लाख की आबादी सीवर समस्या से जूझ रही है। जल निगम की  मनमानी की जानकारी पर मुख्यमंत्री ने जमकर फटकार लगाई थी।
नीलिमा ने शिकायत की थी कि भैरोंघाट से मैनावती मार्ग तक सीवरलाइन डालने के बाद 3 साल पूरे चुके हैं, लेकिन यह लाइन आज तक चालू नहीं की गई है। जल निगम ने जेएनएनयूआरएम के तहत बनियापुरवा में पूर्व अधीक्षण अभियंता रामशरण पाल के कार्यकाल में 15 एमएलडी के एसटीपी का निर्माण वर्ष 2019 में 13 करोड़ रुपये से कराया गया था, यह प्लांट आज तक पूरी क्षमता से नहीं चल पा रहा है।
प्लांट बनने से पहले ही वर्ष-2008 में पहले ही 11 करोड़ रुपये से सीवरलाइन डाली गई थी। पूर्व अधिशासी अभियंता मुकेश कुमार और ठेकेदार सतीश कुमार की देखरेख में यह काम हुआ था।
वहीं हिंदूपुर गांव मोड़ से मैनावती मार्ग के समानांतर नहर के किनारे सीवर लाइन के पाइप बिछा दिए गए। इसमें 20 से 25 मीटर दूरी पर सीवर चैंबर भी बनाए गए जबकि यह सीवरलाइन मैनावती मार्ग में डाली जानी थी। जब इस लाइन को एसटीपी से जोड़ने की कवायद शुरू हुई तो पता चला कि सीवर लाइन किसी काम की नहीं है।
वर्ष-2021 में हुई जांच के बाद रिपोर्ट दी गई कि यह सीवर लाइन क्रियाशील नहीं है। अफसरों व ठेकेदार पर कार्रवाई की गई। 

अब एसटीपी से जोड़ने के लिए फिर 24 करोड़ रुपये से सीवर लाइन डाली जा रही है लेकिन बेहद धीमी गति से निर्माण कार्य हो रहा है। 

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