
आ स. संवाददाता
कानपुर। बड़े बड़े गड्ढों के कारण हादसों का सबब बन चुकी जीटी रोड पर 10 दिन के बाद मरम्मत का काम शुरू हो जाएगा। 10 करोड़ की लागत से रामादेवी से आईआईटी तक 400 से अधिक गड्ढों की मरम्मत का काम होगा। जीटी रोड की मरम्मत के लिए टेंडर प्रक्रिया का कार्य अंतिम चरण में है, कार्यदायी संस्था का चयन होते ही मरम्मत कार्य शुरू हो जाएगा।
खस्ताहाल जीटी रोड पर रोजाना दोपहिया वाहन सवार गिरकर चुटहिल हो रहे हैं। सड़क पर 10–10 फीट लंबे–चौड़े गड्ढे हो गए है। सांसद से लेकर विधायक और डीएम तक जीटी रोड पर गड्ढों को लेकर नाराजगी जता चुके है। गड्ढों के कारण जीटी रोड पर गोल चौराहे से आईआईटी तक लोगों को जाम की समस्या का सामना करना पड़ता है। आलम यह है कार्डियोलॉजी के पास गड्ढों के कारण एंबुलेंस को मरीजों को ले जाने में खासी मशक्कत करनी पड़ती है।
कानपुर यूनिवर्सिटी के पास जीटी रोड की हालत सबसे ज्यादा खराब है, यहां करीब 10–10 फीट लंबे और 10 इंच गहरे गड्ढे हो गए है। वहीं कल्याणपुर के पास मौजूद गड्ढे हादसों को दावत दे रहे हैं। जीटी रोड पर गड्ढों से कराह रहे लोगों को अगले 10 दिनों में राहत मिलने वाली है।
पीडब्ल्यूडी एनएच के अधिशासी अभियंता अरुण कुमार जयंत ने बताया कि रामादेवी से आईआईटी तक करीब 400 बड़े–बड़े गड्ढों को चिन्हित किया गया है। जीटी रोड के मरम्मतीकरण के लिए टेंडर प्रक्रिया शुरू की गई थी, जिसमें करीब 15 कंपनियों ने हिस्सा लिया था।
फाइनेंससिएल बिड में 8 कंपनियां चयनित हुई हैं, जल्द ही टेक्निकल बिड खुलेगी, जिसके बाद कार्यदायी संस्था का चयन किया जाएगा। अरुण कुमार ने बताया कि 10 दिनों के बाद जीटी रोड की मरम्मत का काम शुरू हो जाएगा।