
आ स. संवाददाता
कानपुर। बिल्हौर इलाके में एक युवक ने नाबालिग लड़की से फोन पर बात करने का दबाव बनाया। लड़की ने बात करने से मना किया तो वह राह चलते छेड़ने लगा। इससे तंग आकर युवती ने जहर खाकर लिया था। 26 दिन से जिंदगी और मौत की लड़ाई लड़ रही नाबालिग छात्रा की हैलट अस्पताल में उपचार के दौरान मौत हो गई।
बिल्हौर के खजूरी कला गांव निवासी किसान विमलेश की बेटी कक्षा 7 में पढ़ती थी। किसान के परिवार में पत्नी, एक बड़ी बेटी और छोटा बेटा है। किसान ने बताया कि गांव में ही रहने वाला सत्येंद्र राठौर आए दिन बेटी को फोन करके परेशान करता था। बेटी से फोन पर बात करने का दबाव बनाता था। यह बात पहले हम लोगों को नहीं पता चली, लेकिन जब बेटी ने जहर खाया उसके बाद उसने पुलिस को सारी घटना बताई।
पिता ने बताया पिछले कई महीनों से सत्येंद्र बेटी को परेशान कर रहा था, जब बेटी ने बात करने से इनकार किया तो वह उसे स्कूल के रास्ते में रोकने लगा और जबरन बात करने का दबाव बनाता था। इससे बेटी काफी सहम गई थी और उसने जहर खा लिया था।
पिता ने बताया- सत्येंद्र ने बेटी को धमकी दी थी कि यदि किसी को यह बात बताई तो इसका अंजाम अच्छा नहीं होगा। इस कारण बेटी ने 20 फरवरी की शाम स्कूल से लौट के आने के बाद जहरीला पदार्थ खा लिया था। जब उसकी हालत बिगड़ी तो उसे लेकर पास के अस्पताल पहुंचे। वहां पर जब बेटी की हालत स्थिर हुई तो पुलिस ने बयान दर्ज किया, तब उसने इस बात का खुलासा किया।
घटना के एक हफ्ते बाद ही पुलिस ने पिता की तहरीर लेने के बाद आरोपी युवक सत्येंद्र राठौर को गांव के पास से ही गिरफ्तार कर लिया और उसे जेल भेज दिया था।
मृतका के पिता विमलेश ने कहा कि इस सजा से कुछ नहीं होने वाला, मुकदमे में कड़ी से कड़ी पैरवी करेंगे ताकि सत्येंद्र को आजीवन कारावास की सजा हो।