March 10, 2025

आ स. संवाददाता 
कानपुर।
  साइबर क्राइम का ग्राफ बहुत तेजी से बढ़ रहा है। इसी को देखते हुए कानपुर पुलिस के आईआईटी से हुए एमओयू के तहत आईआईटी के इंक्यूबेशन सेंटर में साइबर सेल का गठन किया गया है। यहां पर पुलिस के साथ ही आईआईटी के एक्सपर्ट शहर के साइबर केस पर काम करके उसे सॉल्व करेंगे। शुक्रवार से सेल ने काम करना शुरू कर दिया है।
डीसीपी क्राइम आशीष श्रीवास्तव ने बताया कि कानपुर पुलिस बढ़ते हुए साइबर क्राइम को लेकर बेहद अलर्ट है। इसे देखते हुए आईआईटी कैंपस के इंक्यूबेशन सेंटर में साइबर सेल की स्थापना की गई है। इसमें आईआईटियंस के संग मिलकर साइबर अपराधियों का नेटवर्क ध्वस्त करने के लिए पुलिस काम करेगी। दो एसआई और चार सिपाहियों की टीम ने शुक्रवार से शहर में काम शुरू कर दिया। कुछ दिनों पहले पुलिस कमिश्नर अखिल कुमार ने आईआईटी के अधिकारियों संग एमओयू साइन किया था। उसी एमओयू के तहत इस सेल का शुभारंभ किया गया है।
डीसीपी क्राइम ने बताया कि कानपुर पुलिस की साइबर सेल में कार्यरत पुलिस कर्मियों के पास साइबर क्राइम को लेकर सिर्फ बेसिक जानकारी है। इसी आधार पर पुलिस साइबर क्राइम पर काम करती है। लेकिन अब आईआईटी की मदद से बड़े बड़े मामलों को पुलिस पल भर में सॉल्व करके शहर के लोगों की मदद करेगी। वहीं, दूसरी तरफ आईआईटी के विशेष  को भी पुलिस के साथ अलग-अलग तरह के क्राइम पर काम करने का मौका मिलेगा।
आईआईटी कानपुर के सहयोग से पुलिस एक साइबर स्टैंडर्ड ऑपेरटिंग प्रोसीजर विकसित करेगी। यह एसओपी कानपुर पुलिस की साइबर सुरक्षा की रणनीति को मजबूत करने और साइबर अपराधों की रोकथाम के लिए आवश्यक दिशा निर्देश देगी। इसकी मदद से साइबर टीम को तकनीकी रूप से सशक्त बनाया जाएगा। भविष्य में साइबर अपराधियों से निपटने में मदद मिलेगी।