March 10, 2025

आ स. संवाददाता

कानपुर। खेल विभाग की नगर इकाई में कुछ ठीक नहीं चल रहा है यहां पर तैनात संविदा कर्मी अपने कार्य पर ध्यान ही नहीं दे रहे।  वह स्थायी कर्मचारियों के साथ मिली भगत कर मलाई काटने का काम कर रहे है। यही नहीं ग्रीन पार्क में स्थायी वरिष्ठ अधिकारी की गैर मौजूदगी का भी फर्क साफ तौर पर पड़ता दिखायी देता है। स्थायी अधिकारी का इतने बडे खेल स्थल पर न होना ग्रीनपार्क के बड़े बाबू और प्रशिक्षकों के लिए मानो वरदान सा बन गई है। खेल‍ विभाग में वर्तमान समय में किसी भी अधिकारी की नियुक्ति स्थायी तौर नही है इसका फायदा बडे बाबू समेत सभी पुरुष वर्ग के कर्मचारी और प्रशिक्षक उठाने से गुरेज नही कर रहे। अधिकारी के न होने से संविदा में हो या फिर स्थायी तौर पर नियुक्त  कर्मचारी सभी अपने कार्य और खेलों पर उतना अधिक ध्यान केंद्रित नहीं कर पा रहे है। हद तो ये हो चुकी है कि यहां पर तैनात फिजियोथैरेपिस्ट बिना अनुमति लिए ही शहर में चल रही क्रिकेट प्रतियोगिता में अपना झंडा बुलंद किए घूम रहे हैं। इसमें शामिल होने के लिए उन्होंने विभाग को ना ही छुट्टी के लिए प्रार्थना पत्र दिया है और ना ही विभाग को सूचित किया है। 

ग्रीनपार्क के सूत्र बताते हैं कि फिजियोथैरेपिस्ट बड़े बाबू के साथ मिलकर पूरे दिन मस्ती और मौज करते देखे जा सकते हैं। यही नही दोनों कर्मचारी शहर के अधिकारियों को गुमराह करने का भी काम करते हैं।  बीते कई सालों पूर्व ग्रीन पार्क में संविदा भर्ती प्रक्रिया के तहत फिजियोथैरेपिस्ट पद  पर नियुक्ति अस्थायी कर्मचारी  उपनिदेशक खेल और क्षेत्रीय क्रीड़ा अधिकारी का पद जैसा व्यवहार सभी के साथ करते नजर आते हैं। यही नही फिजियोथैरेपिस्ट अधिकारियों को गुमराह करने का काम बहुत ही आसानी से कर लेते हैं जिसमें उनके साथ विभाग में कार्यरत छोटे कद के बड़े बाबू भी बखूबी देते हैं।  उनकी कारगुजारी इतने शातिराना अंदाज की होती है शक करना बहुत मुश्किल हो जाता है दोनों ही एक दूसरे के कार्यों पर पर्दा डालने का भी काम आसानी से कर डालते हैं। खेल निदेशालय के सूत्र बताते हैं कि नगर के आला अधिकारियों के संपर्क में रहने वाले फिजियोथैरेपिस्ट वहां पर तैनात अन्य विभाग के कर्मचारियों पर अधिकारियों जैसा रौब झाडने में भी कोई कोर कसर नही छोडते हैं।ग्रीनपार्क के एक कर्मचारी ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि फिजियोथैरेपिस्ट बडे बाबू के साथ मिलकर विभाग को अपने नियन्त्रण में रखे हुए हैं। वह दोनों कर्मचारियों को परेशान करने और मलाई काटने में कोई कसर नही छोडते। फिजियोथैरेपिस्ट पद के कर्मचारी अपना कार्य छोडकर क्रिकेट प्रतियोगिता में अधिक रुचि दिखा रहें हैं।