March 10, 2025

आ स. संवाददाता 
कानपुर।
नगर में भूगर्भ जल प्रदूषित होने से जूही राखी मंडी, तेजाब मिल कैंपस, पनकी इंडस्ट्रियल एरिया, जाजमऊ, रूमा और नौरैया खेड़ा में संक्रमित पानी पीने से 287 लोग चर्म रोग, पेट, लिवर, एनेमिया जैसी बीमारियों से ग्रसित पाए गए हैं।

इन क्षेत्रों में लगे स्वास्थ्य परीक्षण शिविरों में 553 लोगों की जांच के बाद यह चौंकाने वाले तथ्य सामने आए हैं। इन इलाकों के भूजल में मरकरी, क्रोमियम और आयरन जैसे तत्वों की अधिकता के कारण लोगों की सेहत बिगड़ रही है।
एनजीटी की रिपोर्ट में पानी की जांच में खतरनाक मरकरी मानक से 3 गुना ज्यादा मिली है। गोलाघाट के हैंडपंप, राखी मंडी बंबुरहिया के पुराने पंप, अफीमकोठी राखी मंडी के बोरवेल और हैंडपंप से लिए गए भूजल के नमूनो में खतरनाक तत्व क्रोमियम और मरकरी दोनों ही मिले। गोलाघाट के हैंडपंप में मरकरी सबसे ज्यादा 3.14 मिग्रा प्रति लीटर मिली।
जबकि बीआईएस स्टैंडर्ड का मानक 1 मिली ग्राम प्रति लीटर है। राखी मंडी बंबुरहिया के पुराने पंप के पानी में 2.32, नये पंप में 1.57, अफीमकोठी राखी मंडी बोरवेल में 2.46 मिग्रा प्रति लीटर मरकरी मिली है। राखी मंडी में आयरन 6 गुना अधिक मिला है।
मंडलायुक्त के. विजयेंद्र पांडियन की अध्यक्षता में पिछले दिनों समीक्षा बैठक हुई थी। जिसमें सीएमओ हरिदत्त नेमी ने बताया कि जूही बंबुरहिया, राखी मंडी, तेजाब मिल कैंपस, पनकी इंडस्ट्रियल एरिया, रूमा ट्रीटमेंट स्टोरेज डिस्पोजल फैसिलिटी और नौरैया खेड़ा में अलग-अलग स्वास्थ्य शिविर लगाए गए थे।
स्वास्थ्य शिविर में कुल 553 लोगों का परीक्षण किया गया। जिनमें 259 पुरुष, 242 महिला, 52 बच्चों की जांच की गई। जांच में 13 लिवर के, 38 सांस के, 44 पेट के मरीज, 31 मधुमेह, 108 चर्म रोगी, 3 एनेमिया, 27 हाइपरटेंशन व अन्य बीमारियों से ग्रसित कुल 287 मरीज मिले । 

जिन क्षेत्रों से मरीज मिले हैं वहां भूजल की जांच रिपोर्ट में हानिकारक तत्व मिले थे।