March 10, 2025

आ स. संवाददाता 
कानपुर। 
पनकी क्षेत्र में खुद के घर में एक करोड़ की चोरी को अंजाम देने वाले छात्र के पिता पुलिस कमिश्नर से मिलने पहुंचे ।
इस दौरान पिता ने सीधे तौर पर पनकी पुलिस की कार्रवाई पर सवाल खड़े किए। पिता ने कहा बेटे ने उन्हें जानकारी दी थी कि पुलिस ने कहा था कि कम माल बताओगे तो कम जेल होगी ज्यादा बताओगे तो ज्यादा जेल होगी। 
पिता के मुताबिक अब जब पत्नी ने भी सामान देखा तब पता चला कि एक करोड़ से ज्यादा की चोरी हुई है। नगदी मिलाकर लगभग 1.25 करोड़ रुपए की चोरी को आरोपियों द्वारा अंजाम दिया गया है।
बीती 23 फरवरी को छात्र ने अपने साथियों के साथ मिलकर पनकी स्थित अपने ही घर में करोड़ों की चोरी को अंजाम दिया था जिसमें पुलिस ने कारोबारी के नाबालिग बेटे के अलावा महावीर नगर पनकी निवासी आयुशमणी त्रिपाठी, गंगागंज बाजार निवासी हिमांशु कुमार, आवास विकास 3 कल्याणपुर निवासी आर्यन त्रिवेदी, ईडब्ल्यूएस आवास विकास 3 निवासी आकर्ष दीक्षित को गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है।
कारोबारी के मुताबिक बेटे ने जेल जाने से पहले खुद के पास 14 लाख होने की बात बताई थी मगर बरामद सिर्फ 3.98 लाख ही हुआ।
कारोबारी ने कहा कि जब बेटा जेल जा रहा था तो थोड़ी देर के लिए उससे मुलाकात हुई थी। उसने तब बताया था कि पापा पुलिस ने हमसे कहा है कि अगर ज्यादा माल बताओगे तो ज्यादा समय के लिए जेल जाओगे और कम माल बताओगे तो कम सजा होगी।
कारोबारी ने बताया कि एफआईआर में जितने जेवरात दिखाए गए हैं उससे ज्यादा की चोरी हुए हैं। कारोबारी ने कहा कि जब एफआईआर लिखाई गई थी।
उस वक्त पत्नी और बेटी ने फौरी तौर पर अलमारी देखी थी, लेकिन बाद में दोनों ने जब देखा तो ज्यादा जेवरात गायब थे। कारोबारी के मुताबिक लगभग 1.25 करोड़ की चोरी को अंजाम दिया गया है।
कारोबारी ने कहा कि जिन लड़कियों के बारे में पुलिस ने जानकारी दी है, उनका बेटे से कोई लेना देना नहीं, उन्हें दूसरे आरोपी लेकर आए थे। उनके बेटे को कमरे में बंद कर दिया गया था। 

कारोबारी ने कहा कि पनकी पुलिस की कार्रवाई उचित नहीं है। वो असली आरोपियों को तो पकड़ ही नहीं रही है।