
आ स. संवाददाता
कानपुर। दो लड़कों में लड़ाई हो रही थी जिसमें एक 12 वर्षीय लड़का धनंजय बीच बचाव करने लगा। इसी बीच झगड़ रहे एक लड़के की मां आई, उसने बीच बचाव करा रहे धनंजय को थप्पड़ जड़ दिया। वह पूरा दिन गुमसुम रहा। शाम को उसने अपनी मां को पूरी बात बताई। अगले दिन मां धनंजय को लेकर उस महिला के घर गई। वहां महिला के पति मिले। मां और बेटे ने उनसे शिकायत की तो उन्होंने जातिसूचक गालियां दीं और कहा कि भाग जा यहां से, अभी तेरे बेटे को मारा है, अब तुझे भी मारेंगे। बेटा मां का अपमान बर्दाश्त नहीं कर सका। वह गुमसुम रहा, उसने खाना भी नहीं खाया। फिर उसने शाम को बेल्ट से फांसी लगाकर जान दे दी।
मृतक बालक धनंजय के पिता अनिरुद्ध ने बताया कि मेरे 12 साल के बेटे धनंजय राज ने सुसाइड कर लिया। घर के कमरे में फंदे से लटका हुआ शव मिला। पिता ने कहा कि काश मेरा बेटा झगड़े में बीच बचाव न करता तो आज जिंदा होता। बिना कुछ बताए वह चला गया। वह ताइक्वांडो सीख रहा था।
हनुमंत विहार निवासी अनिरुद्ध प्राइवेट नौकरी करते हैं। उनके परिवार में पत्नी चुन्नी और बेटा धनंजय राज था। वह ताइक्वांडो के टूर्नामेंट खेलता था। वह अच्छा प्लेयर था। अनिरुद्ध ने बताया कि बेटे ने अपने कमरे की कुंडी लगा ली। शाम को जब उसे खाना खाने के लिए मां बुलाने गई तो उसने देखा कि वह फंदे से लटक रहा है। उसकी चीख निकल गई।
मां और पिता ने उसे तुरंत नीचे उतारा और पास के नर्सिंग होम ले गए। जहां डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया। पड़ोसियों ने इसकी सूचना पुलिस को दी। पुलिस ने शव का पोस्टमॉर्टम कराया।
डीसीपी साउथ आशीष श्रीवास्तव ने बताया कि घटना का कोई स्पष्ट कारण परिजनों ने नहीं बताया है। पुलिस पूछताछ करेगी। अगर परिवार वाले लिखित में शिकायत करते हैं तो मामले में जांच कर कार्रवाई की जाएगी।