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आ स. संवाददाता
कानपुर। आईआईटी कानपुर में साइबर सुरक्षा प्रौद्योगिकी नवाचार केंद्र ने ग्लोबल साइबर सुरक्षा हैकथॉन 2025 का आयोजन किया। तीन दिवसीय कार्यक्रम का समापन बुधवार को हुआ। इस हैकथान में साइबर सुरक्षा क्षेत्र के प्रतिभाशाली लोगों को एक साथ लाया गया। जिससे प्रतिभागियों को डिजिटल युग में साइबर सुरक्षा की लगातार उभरती चुनौतियों का समाधान प्रदान करने के लिए मंच तैयार किया गया।
स्टार्टअप ट्रैक विजेताओं में आईआईएम लखनऊ के नोएडा कैंपस में नमन अरोड़ा द्वारा स्थापित क्लोज एआई टेक ने पहला पुरस्कार प्राप्त किया। उन्होंने 3 लाख रुपए और 5,000 डॉलर के एडब्लूएस क्लाउड क्रेडिट जीते।
दूसरा पुरस्कार क्वांटमवीव इंटेलिजेंस को मिला, जिनको 2 लाख रुपए और 5,000 डॉलर के एडब्लूएस क्लाउड क्रेडिट जीते। वहीं, रेडैक्ट लैब्स ने तीसरा पुरस्कार जीता। उन्होंने 1 लाख रुपए और 5,000 डॉलर के एडब्लूएस क्लाउड क्रेडिट जीते।
स्पेशल जूरी इनोवेशन अवार्ड, ओकिनस टेक को दिया गया। उन्होंने 1 लाख रुपए और 5,000 डॉलर के एडब्लूएस क्लाउड क्रेडिट जीते। इनमें से कई विजेता स्टार्टअप को उनके समाधानों को विकसित करने और बढ़ाने में मदद करने के लिए आईआईटी कानपुर में भी इनक्यूबेट किया जाएगा।
हब के प्रोजेक्ट डायरेक्टर प्रो. संदीप शुक्ला ने कहा कि हैक आईआईटी के ग्लोबल साइबर सिक्योरिटी हैकथान साइबर सुरक्षा क्षेत्र में असाधारण प्रतिभाओं को प्रेरित और मंच प्रदान करना जारी रखेगा। सभी प्रतिभागियों द्वारा प्रदर्शित नवाचार और समस्या-समाधान का स्तर वास्तव में हमारी अपेक्षाओं से कहीं अधिक रहा। हमें साइबर सुरक्षा के भविष्य को आकार देने के लिए इन प्रतिभाशाली दिमागों को एक मंच प्रदान करने पर गर्व है।