दुकानदारों व व्यापारियों ने एका कर करी दुकाने बंद, शहर काज़ी कुददूस ने कराया शांत
कानपुर। हिस्ट्रीशीटर कुख्यात अपराधी शरीफ भिश्ती व उसकी गौकश गैंग द्वारा खरीदे गए मकान में रह रहे एक गरीब परिवार को डराने-धमकाने के लिये लगाया सिपाहियों को जो की खुद एक हिस्ट्रीशीटर है पुलिस रिकॉर्ड में जिसका नंबर (2695 ए ) है। जिसने अपराध करके करोङो कमा चुका था तब वो व्हाइट कालर बनने के लिए बिल्डर्स के काम मे उतरा क्षेत्रीय दुकानदारों का कहना है अपराधी होने के कारण पुलिस के पास और कचहरी आने जाने से उसकी दोस्ती उन लोगों से हो गई और वो उन्ही के साथ लेकर उनको वर्किंग पार्टनर बना कर बिल्डर्स का काम करने लगा जो पुराने मकान कौड़ियों दाम खरीद कर उनके पुश्तेनी किरायेदारों को डरा धमका कर पुलिस का रुतबा दिखा खाली करा लेता है फिर उसको करोङो में बेचता है ऐसा ही मसला बेकनगंज बाजार में जो हंगामा हुआ वो पुलिस अधिकारियों, शहर काज़ी कुददूस और इलाकाई संभ्रांत जनों की सूझबूझ से बड़े बवाल में तब्दील होने से बच गया। कथित तौर पर कंजस्टेड बाजार की सड़कों पर अतिक्रमण हटवाने निकले इंस्पेक्टर बेकनगंज ने सड़क के बीच में पार्क एक हाफिज की गाड़ी के चालान करने के बाद बाइक को लात मारकर गिरा दिया। गाड़ी को गिरा देने पर हाफ़िज़ ने विरोध किया तो इंस्पेक्टर के ड्राईवर व कांस्टेबल ने इंस्पेक्टर के साथ हाफ़िज़ को पीट दिया। इस घटना को देख आस पास के दुकानदारों व व्यापारियों ने एका कर दुकाने बंद कर दी और इंस्पेक्टर का विरोध करना शुरू कर दिया। जिससे माहौल गर्म हो गया, भारी भीड़ ने पुलिसबल को घेर लिया। इंस्पेक्टर की हरकत के विरोध में पूरा बाजार बंद कर दिया गया। मौके पर माहौल बिगड़ता देख मामले की सूचना पुलिस उपायुक्त (सेंट्रल) को दी गई। जिसके बाद तत्कालीन इंस्पेक्टर अजय कुमार सिंह को बेकनगंज थाने से हटाकर कैंट स्थानांतरण कर दिया गया… लेकिन इलाकाई लोगों ने इंस्पेक्टर के इस गुस्से, और रौद्र रूप के पीछे दूसरा ही हैरतंगेज कारण बताये है। जिसका खुलासा इंस्पेक्टर से पीड़ित परिवार किया है।
थाना बेकनगंज के पीछे अतिक्रमण नहीं, किरायेदार को हटाना चाहते थे थानेदार!
आरोप है कि इंस्पेक्टर अजय कमार सिंह ने बेकनगंज बाजार बीच में मौजूद एक हिस्ट्रीशीटर अपराधी द्वारा खरीदे गये मकान को खाली करवाने का ठेका ले रखा था। इस मकान को कुख्यात हिस्ट्रीशीटर शरीफ अहमद उर्फ शरीफ भिश्ती ने अपने साथी मोहम्मद शाहनूर जिसके तार पूर्वांचल अपराध जगत से जुड़े है। के साथ मिलकर खरीदा है मकान को लेते ही शरीफ भिश्ती ने इसको तुड़वाना भी शुरू कर दिया है।