संवाददाता।
कानपुर। अनुसंधान गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए छत्रपति शाहूजी महाराज विश्वविद्यालय परिसर में गुरुवार को हर गोबिंद खुराना सेंटर फॉर लाइफ साइंस रिसर्च का उद्घाटन किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में प्रख्यात वैज्ञानिक और हैदराबाद विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति प्रो. अप्पाराव पोडिले ने सेंटर का फीता काटकर शुभारंभ किया। उन्होंने सभी संकाय सदस्यों के साथ बातचीत की और उन्हें उच्च गुणवत्ता वाले शोध करने के लिए प्रेरित किया। यह अनुसंधान छात्रों, स्नातकोत्तर छात्रों के साथ-साथ शामिल स्टार्ट-अप के लाभ के लिए एक उन्नत अनुसंधान है। मुख्य अतिथि प्रो. अप्पाराव ने विश्वविद्यालय में अनुसंधान को बढ़ावा देने के लिए कुलपति प्रो. विनय कुमार पाठक की पहल की सराहना की और कहा कि यह सभी राज्य विश्वविद्यालयों के मध्य सीएसजेएमयू में अपनी तरह की एक विशेष सुविधा की शुरुआत है। उन्होंने शिक्षकों को महत्वपूर्ण सामाजिक समस्याओं के साथ अनुदान प्रस्ताव लिखने में सक्रिय रूप से शामिल होने के लिए प्रोत्साहित किया ताकि केंद्रीय एजेंसियों से भी सहयोग प्राप्त किया जा सके। उन्होंने अनुसंधान सुविधाओं को मजबूत करने के लिए डीएसटी-एफइएस्टी जैसे विभागीय स्तर के वित्तपोषण के महत्व का भी उल्लेख किया। प्रतिकुलपति प्रो. सुधीर कुमार अवस्थी ने अपने संबोधन में अनुसंधान सुविधाओं में सुधार के लिए विश्वविद्यालय के प्रयासों के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय ऐसा करना जारी रखेगा। अपने विशिष्ट व्याख्यान में, प्रो. अप्पाराव ने चीटीं, चीटीं बायोलॉजी और पौधों की प्रतिरक्षा में उनकी भूमिका के बारे में नई अंतर्दृष्टि दी। कार्यक्रम में रजिस्ट्रार डॉ. अनिल कुमार यादव ने धन्यवाद ज्ञापन दिया। उन्होंने युवा अनुसंधान विद्वानों और छात्रों को अनुसंधान को करियर के रूप में अपनाने और क्षेत्र में उत्कृष्टता हासिल करने के लिए प्रोत्साहित किया। कार्यक्रम में स्कूल ऑफ लाइफ साइंसेज एंड बायोटेक्नोलॉजी की निदेशिका डॉ. वर्षा गुप्ता, एकेडमिक्स डीन डॉ. रोली शर्मा, डॉ. शिल्पा कायस्था, डॉ. प्रमोद कुमार यादव, डॉ. वी श्रीहर्ष राचपुड़ी व अन्य विभागीय शिक्षक और छात्र एकत्र हुए थे।