March 12, 2025

आ स. संवाददाता 
कानपुर।
गंगा और पांडु नदी में गिरने वाले नाले अब पूरी तरह से टैप किए जाएंगे। इसको लेकर जल निगम ने तैयारियां शुरू कर दी हैं। नदियों में गिरने वाले 11 की जगह अब 20 नालों को चिन्हित कर टैप किया जाएगा। इसके लिए जल निगम ने करीब 200 करोड़ रुपए का प्रस्ताव तैयार किया है।
नगर आयुक्त सुधीर कुमार ने बताया कि गंगा में गिरने वाले 6, पाण्डु नदी में 3 और 2 आंशिक रूप से टैप और बाकी बचे अनटैप नालों समेत 20 नाले टैप किए जाएंगे। इसको लेकर जल निगम ने प्रस्ताव तैयार किया है। जल्द ही नगर निगम के माध्यम से शासन को भेजा जाएगा। पहले 11 नालों को टैप करने का प्रस्ताव था।
जल निगम के प्रोजेक्ट मैनेजर मोहित चक के मुताबिक अभी रानीघाट नाला, गोलाघाट, सत्तीचौरा, डबका, मदारपुर व किशनपुर 6 नाले अनटैप हैं, जिससे गंदगी गंगा में गिरती है। इसके अलावा 2 आंशिक टैप्ड परमिया व गुप्तारघाट नाले से ओवरफ्लो होकर सीवेज गंगा नदी में मिलता है।
वहीं पांडु नदी में 3 अनटैप्ड नाले पिपौरी, अर्रा, सागरपुरी नाला गिर रहा है। पांडु नदी में आंशिक टैप्ड 3 नाले हलवाखाड़ा, पनकी थर्मल व गन्दा नाला ओवरफ्लो होकर गिरता है।
शासन ने अभी कुंभ को देखते हुये इन सभी नालों में बायोरेमिडियेशन कार्य करने के निर्देश दिये हैं। इन नालों को पूरी तरह टैप करने के लिये जलनिगम (ग्रामीण) ने एस्टीमेट तैयार किया है।
जल निगम के मुताबिक कानपुर नगर में कुल 26 नाले हैं। जिसमें से 18 नाले गंगा नदी एवं 8 नाले पाण्डु नदी से संबंधित हैं। गंगा नदी के 18 नालों में 11 नाले टैप, 6 अनटैप एवं एक नाला बरसाती है।
इसी प्रकार पाण्डु नदी के 8 नालों में से 3 नाले टैप, 3 नाले अनटैप एवं 2 नाले आंशिक रूप से टैप हैं। गंगा नदी के 6 अनटैप्ड नाले एवं पाण्डु नदी के 3 अनटैप नाले व 2 आंशिक टैप नालों को टैप किये जाने के लिये एस्टीमेट तैयार किया गया है। जिसकी स्वीकृति के लिये एनएमसीजी नई दिल्ली को पत्र भेजा गया है।
जल निगम की रिपोर्ट के अनुसार इन नालों से रोज 1.5 करोड़ लीटर गंदा पानी गंगा नदी में प्रदूषण बढ़ा रहा है। पांडु नदी में रोजाना करीब दो करोड़ लीटर गंदा पानी पांडु नदी में जा रहा है। इससे मुख्य नदी गंगा भी प्रभावित होती है। बता दें कि जलनिगम ने इससे पहले 5 नालों को टैप करने के लिये 67 करोड़ प्रस्ताव तैयार किया था।