March 12, 2025

आ स. संवाददाता 
कानपुर।
  पनकी में ग्राम पंचायत विभाग में तैनात एक कर्मचारी ने अपने नजदीकी को 15 लाख रुपए में ग्राम पंचायत अधिकारी की नौकरी दिलाने का झांसा देकर 10 लाख ठग लिया। नौकरी नहीं मिलने और रकम वापसी नहीं होने पर ठगी के शिकार युवक ने पनकी थाने में तहरीर दी। पनकी पुलिस ने कोर्ट के आदेश पर एफआईआर दर्ज करके मामले की जांच शुरू कर दी है। रिपोर्ट दर्ज होने के बाद आरोपी घर से भाग निकला है।
एलआईजी रतनपुर में रहने वाले अजय कुमार ने बताया कि इलाके में रहने वाले मनोज कुमार का उनके घर पर आना-जाना था। मनोज ग्राम पंचायत विभाग में सरकारी पद पर कार्यरत हैं। मनोज ने एक दिन घर में बातचीत के दौरान कहा कि मेरे ऑफिस में ग्राम पंचायत अधिकारी के पद पर वैकेंसी है। 15 लाख रुपए में नौकरी लग सकती है। अजय ने बताया कि पहले तो इतनी बड़ी रकम सुनकर इनकार कर दिया, लेकिन घर में बातचीत करने के बाद रुपयों का इंतजाम किया और फिर मनोज से बात की। मनोज ने नौकरी के लिए सभी शैक्षणिक दस्तावेजो की प्रति और कई बार में 10 लाख रुपए लिया और बाकी 5 लाख रुपए ज्वाइनिंग लेटर मिलने के बाद देने की बात कही।
जब उसने दो साल बीतने के बाद भी नौकरी नहीं मिलने पर रुपए वापस मांगा तो आरोपी मनोज भड़क गया। बोला कि तुम्हें जेल भिजवा दूंगा। इसके बाद पैसा वापस देने को तैयार नहीं हुआ। काफी दबाव बनाने के बाद 28 फरवरी 2022 को मनोज ने यूनियन बैंक की 1 लाख रुपए और फिर 16 नवंबर 2024 को 6.70 लाख और 2 लाख की चेके दी। तीनों चेके लगाने के बाद बाउंस हो गई। पीड़ित ने पनकी थाना से लेकर एसीपी, एडीसीपी, डीसीपी और पुलिस कमिश्नर को रिपोर्ट दर्ज कराने को तहरीर दी, लेकिन कहीं पर भी सुनवाई नहीं हुई।
इसके बाद पीड़ित ने कोर्ट की मदद से पनकी थाने में आरोपी मनोज के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की है। 

पनकी थाना प्रभारी मानवेंद्र सिंह ने बताया कि कोर्ट के आदेश पर आरोपी मनोज कुमार के खिलाफ धोखाधड़ी की रिपोर्ट दर्ज करके मामले की जांच शुरू कर दी गई है। जल्द ही आरोपी को गिरफ्तार करके जेल भेजा जाएगा।