आ स. संवाददाता
कानपुर। सुबह से कड़ी धूप निकल रही है, इससे लोगों को दिन में ठंडक का अहसास नहीं हो रहा है ।
प्रदेश में इस बार सर्दी बेहद कम हुई है। एक के बाद एक आए वेस्टर्न डिस्टर्बेंस ने जहां सर्दी के प्रभाव को कम किया, वहीं जलवायु परिवर्तन के चलते जनवरी माह मे मौशम के चक्र को बिगाड़ कर रख दिया।
हालांकि, उत्तर-पश्चिम यूपी में शुष्क दौर जल्द ही समाप्त होने वाला है क्योंकि लगातार दो पश्चिमी विक्षोभ 1 फरवरी से 4 फरवरी के बीच उत्तर-पश्चिम भारत और पश्चिमी हिमालयी क्षेत्रों पर असर करने वाले हैं।
इनका प्रभाव यूपी पर भी पड़ेगा। इन दोनों पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से इस क्षेत्र में वर्षा देखने को मिल सकती है।
पहला पश्चिमी विक्षोभ 3 फरवरी से पंजाब में छिटपुट वर्षा की शुरुआत करेगा, जबकि उत्तर हरियाणा में भी हल्की बारिश होने की संभावना है। धीरे-धीरे यह बारिश पूरे क्षेत्र में फैल जाएगी।
3 और 4 फरवरी को दूसरा मजबूत पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होगा। जिससे पंजाब, हरियाणा, पश्चिमी उत्तर प्रदेश और दिल्ली-एनसीआर के कुछ हिस्सों में अच्छी बारिश होने की संभावना है।
मौसम विज्ञानी डा. एसएन सुनील पांडेय के मुताबिक पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव के कारण उत्तर-पश्चिम और मध्य यूपी में न्यूनतम तापमान 4 फरवरी तक सामान्य से ऊपर बना रहेगा। लेकिन इसके बाद बर्फ से ढकी पहाड़ियों से आने वाली ठंडी उत्तरी हवाएं पूरे यूपी में फैल जाएंगी, जिससे तापमान में तेजी से गिरावट होगी।
डा. पांडेय के मुताबिक 15 फरवरी तक कम ज्यादा सर्दी बनी रहेगी। दिन और रात के तापमान अब भी औसत से ज्यादा बने हुए हैं। 4 से 5 फरवरी के बीच बादल छाने से दिन का तापमान कुछ कम होगा। 15 फरवरी के बाद उत्तर-पश्चिमी हवाएं आना बंद हो जाएंगी। जिसके बाद सर्दी का असर खत्म होना शुरू हो जाएगा।