आ. सं
कानपुर। स्टेट बैंक की पतारा शाखा में लूट करने के लिए घुसे बैंक लुटेरे लवी ने पुलिस को बताया है कि मेरे पूरे परिवार को जान से मारने की धमकी देकर चार युवक 4 महीने में 70 हजार रुपए वसूल चुके थे। 16 जनवरी को उनमे सें एक राहुल यादव ने फोन कर मुझसे कहा कि तुम पतारा स्टेट बैंक से रुपए लूटकर ले आओ नहीं तो मैं तुम्हारे परिवार को मार दूंगा। उससे डरकर मैंने उसकी बात मान ली और 18 जनवरी को बैंक लूटने पहुंच गया।
जब पुलिस ने आरोपी के मोबाइल को खंगाला तो पाया कि छात्र ने बैंक लूटने के लिए 45 दिन तक यूट्यूब पर 650 वीडियो देखे। इंस्टाग्राम में लूट की रील्स, क्राइम पेट्रोल और बैंक लूट की वेब सीरीज देखी। इसके बाद वह बैंक में पहुंचा था।
घाटमपुर के संचितपुर गांव निवासी लवी हरदेवी स्मृति कॉलेज से बीएससी थर्ड ईयर का छात्र है। उसके पिता अवधेश किसान हैं। उसका बड़ा भाई अभय दिल्ली में प्राइवेट नौकरी करता है।
लवी ने पुलिस ने बताया कि आज से 4 महीने पहले वह वैन से कानपुर आईटीआई पढ़ने जा रहा था, तभी वैन में सवार चार युवकों ने गोरक्षक और सेवा करने के नाम पर उसे धमकाया। इसके बाद चारों ने बंदूक और रिवॉल्वर दिखाई। यह देखकर मैं डर गया। चारों ने मुझे धमकी दी। कि अगर मैं उन्हें रुपए नहीं दूंगा, तो वह मेरे परिवार को खत्म कर देंगे।
इसके बाद एक दिन उसके फोन पर कॉल आई। फोन करने वाले ने अपना नाम राहुल यादव बताया। कहा कि तुम भूल गए क्या। अगर अपने परिवार को बचाना चाहते हो तो कल रुपए देना, इस पर उसने मां से शेयर मार्केट में रुपए लगाने के नाम पर 20 हजार रुपए लिए और चारों को दे दिए।
वो चारों मुझस संचितपुर गांव के किनारे मेरे खेत में मिलते थे। हालांकि छात्र तीन अन्य के नाम नहीं जानता है। इसके बाद चारों ने धीरे-धीरे मुझसे 70 हजार रुपए हड़प लिए।
एक बार मैं हिम्मत करके पुलिस चौकी में घटना की जानकारी देने जा रहा था। लेकिन चौकी के पास पहुंचते ही राहुल यादव का फोन आया। फोन पर राहुल बोला कि क्या तुझे अपना परिवार नहीं प्यारा है। तू चौकी क्यों गया है।
छात्र लवी ने बताया कि 16 जनवरी को राहुल यादव समेत अन्य तीन युवकों ने मुझसे कहा कि तुम स्टेट बैंक की पतारा ब्रांच से रुपए लूटकर सागर हाईवे पर पतारा मस्जिद के पीछे वाली रोड पर हमसे मिलना।
इसके बाद हम लोग तुम्हारे परिवार को और तुम्हे छोड़ देंगे। यह तुम्हारे लिए आखिरी मौका है। अगर तुमने मना किया तो हम लोग तुम्हारे पूरे परिवार को खत्म कर देंगे। हमें सब पता है। तुम्हारा भाई दिल्ली में नौकरी करता है। तुम्हारे पिता रोज बाहर टहलने जाते हैं।
यह सब सुनकर मैं अपने परिवार को बचाने के लिए बैंक लूटने को तैयार हो गया। इसके बाद मैं बैंक पहुंचा था। लेकिन, तभी पुलिस बैंक में पहुंच गई। यह देखकर युवकों ने मुझे वापस भेज दिया।
दो दिन बाद शनिवार को मैं दोबारा बैंक पहुंचा। साइकिल खड़ी करते ही एक युवक आया और उसने मुझे एक देसी तमंचा और चाकू, ब्लेड, सूजा दिया। इसके बाद मस्जिद के पीछे मिलने की बात कही।
लेकिन पुलिस के मुताबिक, लवी ने अकेले ही पूरी घटना को अंजाम दिया है। वो झूठी कहानी बताकर पुलिस को गुमराह कर रहा है। उसकी मोबाइल की जांच की गई, तो उसमें कई अहम चीजे मिली है। छात्र ने बैंक लूटने के लिए 45 दिन तक यूट्यूब पर 650 वीडियो देखे। इंस्टाग्राम में लूट की रील्स। क्राइम पेट्रोल और बैंक लूट की वेब सीरीज देखी। इसके बाद स्टेट बैंक में पहुंचा था। इतना ही नहीं उसने करीब 10 बार बैंक के अंदर जाकर रेकी की थी। स्ट्रॉन्ग रूम से लेकर कैश काउंटर का मैप बनाया।
उसने सर्च किया था- बैंक कैसे लूटे, बैंक में कहां पर पैसे रखे होते हैं? बैंक सिक्योरिटी कहां होती है? बैंक लूटकर पैसे कैसे खपाएं? उसके फोन में मनी ईस्ट समेत कई बैंक लूट वाली वेब सीरीज मिली।
जांच में ये बात सामने आई कि वह यूट्यूब पर बहुत समय बिताता था। उसके दोस्त यार कम थे, इस वजह से उसे एकांतवास ही पसंद था। पिता कहते थे अब बड़े हो गए हो बीएससी करने के बाद खुद कमाकर घर चलाना। इस तरह की तमाम ऐसी सारी बातें उसके दिमाग में घर कर गई थीं। इसी के चलते उसने खुद ही बैंक डकैती की साजिश रची।
घाटमपुर एसीपी रंजीत कुमार सिंह ने बताया कि बैंक लूट का आरोपी छात्र अपने बयान में चारों लोगों के बारे में कोई स्पष्ट जानकारी नहीं दे पा रहा है। उसके बताये मोबाइल नंबर की जांच कराएंगे। ताकी घटनाक्रम को समझा जा सके।