February 5, 2025

आ स. संवाददाता 
कानपुर।
  जमीन के टुकड़े के लालच के लिए बेटे ने अपनी मां को भी नहीं छोड़ा। मां से पेंशन के कागजों में हस्ताक्षर कराने के बहाने कलयुगी बेटे ने तीन बीघा जमीन के बैनामा पर हस्ताक्षर करा लिए। जब पीड़िता को इसकी जानकारी हुई तो उसने विरोध किया। इसपर बेटे और उसके परिवार ने उससे अभद्र व्यवहार किया। पीड़िता ने नौबस्ता थाने में बेटे और उसके परिवार के खिलाफ धोखाधड़ी समेत अन्य धाराओं में एफआईआर दर्ज करा दी है।
मछरिया नौबस्ता निवासी सिया दुलारी के पति गया प्रसाद का स्वर्गवास हो चुका है। सिया दुलारी के मुताबिक उनके मायके में मात्र दो बहने थी, माता पिता के स्वर्गवास होने के बाद ग्राम दलेलपुर में माता पिता की पांच बीघा जमीन सिया दुलारी के हिस्से में आ गई। उस जमीन की देखरेख की जिम्मेदारी उसके छोटे बेटे कौशल किशोर ने सम्भाल ली। सिया दुलारी ने बताया कि उनके चार बेटे छिद्दू, नन्कू, पुत्तन उर्फ बच्चा और कौशल किशोर है।
सिया दुलारी ने बताया कि वो अनपढ़ है और सिर्फ अपना नाम ही लिख पाती है। पांच बीघा जमीन का बंटवारा करने को लेकर उसने सोचा था कि एक एक बीघा जमीन चारों बेटों को दे देंगी। मगर उनके मझले बेटे नन्कू, पौत्र मोहित व रोहित और बहू कुसमा ने उनके साथ छल किया। इन लोगों ने पेंशन के कागज बनवाने का हवाला देकर उनसे तीन बीघा जमीन का बैनामा करा लिया। सिया दुलारी के मुताबिक चार माह बाद जब उन्हें पता चला, तब उन्होंने एसीपी के यहां शिकायती पत्र दिया ।
सिया दुलारी के मुताबिक बेटे और उसके परिवार को पुलिस ने बुलवाकर समझौता कराया था। लिखित समझौता हुआ था कि वो जमीन वापस कर देगा, और बदले में मछरिया वाला घर ले लेगा। उसके बाद भी बेटे बहू ने समझौता मानने से इंकार कर दिया।
नौबस्ता इंस्पेक्टर संतोष कुमार सिंह के मुताबिक पीड़िता की तहरीर पर रिपोर्ट दर्ज की गई है। दस्तावेजों के आधार पर कार्रवाई की जायगी।