संवाददाता।
कानपुर। नगर में धर्मांतरण कराकर ईसाई बनाने वाला गुट फिर से सक्रिय हो गया है। पुराना कानपुर मन्नीपुरवा निवासी बबली देवी ने बताया कि साहब मेरी चाची और बहन समेत मोहल्ले के कई लोगों का धर्मांतरण कराकर ईसाई बना दिया गया है। अब हम लोगों पर भी दबाव बनाया जा रहा है। पहले 10 हजार रुपए का लालच दिया और अब जबरन प्रार्थना सभा में शामिल होने को मजबूर करते हैं। विरोध करने पर मानसिक रूप से प्रताड़ित करते हैं। कोहना थाने की पुलिस ने मामले में शुक्रवार को दो के खिलाफ धर्मांतरण की एफआईआर दर्ज करके जांच शुरू कर दी है। कोहना क्षेत्र के पुराना कानपुर मन्नी पुरवा निवासी छोटू की पत्नी बबली ने बताया, उनके मोहल्ले में रहने वाली चाची मनीषा और बहन उमा देवी ने धर्मांतरण करके ईसाई बन गई हैं। दोनों ने इनके घर पर आने वाले मैकलोन सिंह और मौरिस सिंह ईसाई बनने के बाद मोहल्ले के कई लोगों का धीरे-धीरे धर्मांतरण करा दिया। लगातार मोहल्ले में प्रार्थन सभा में शामिल होने और धर्मांतरण का दबाव बना रहे हैं। धर्मांतरण करने वालों को 10 हजार रुपए, इलाज और शादी कराने समेत अन्य लालच दे रहे हैं। अब प्रार्थना सभा में शामिल होने के लिए मोहल्ले के सभी लोगों पर दबाव बनाया जा रहा है। रात दिन प्रार्थना और मोहल्ले में इस तरह की गतिविधियों से परेशान होकर लोगों ने बजरंग दल और विश्व हिन्दू परिषद के लोगों को सूचना दी। विश्व हिन्दू परिषद के पदाधिकारी कृष्णा तिवारी समेत कई लोगों ने मौके पर पहुंचकर हंगामा किया। इसके बाद पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुंचे एसीपी अकमल खान ने बताया कि मन्नी पुरवा में रहने वाली महिला बबली की तहरीर पर मैकलोन सिंह और मौरिस सिंह के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। ज्वाइंट पुलिस कमिश्नर आनंद प्रकाश तिवारी ने बताया, कानपुर में एक के बाद एक धर्मांतरण से संबंधित 5 मामले सामने आ चुके हैं। इन सभी मामलों में एफआईआर दर्ज करके संबंधित थाने की पुलिस जांच कर रही है। इस तरह धर्मांतरण की निष्पक्ष जांच और अंकुश लगाने के लिए अब एसआईटी से जांच कराने पर विचार किया जा रहा है। इसका एक प्रस्ताव पुलिस कमिश्नर के सामने रखकर अनुमति मांगी जाएगी। इससे कि धर्मांतरण से जुड़े सभी मामलों की निष्पक्ष जांच हो सके।