आ स. संवाददाता
कानपुर। थाने का घेराव कर रहे भाजपा नेताओं को पुलिस ने हवालात में डाल दिया। मामला बढ़ने पर पुलिस कमिश्नर ने दो कॉन्स्टेबल को सस्पेंड कर दिया। हर्ष मर्डर केस में मुआवजे और गंभीर धाराओं में केस दर्ज करने को लेकर परिजन और भाजपा नेता थाने के बाहर हंगामा कर रहे थे। पुलिस कर्मियों और भाजपा नेता में झड़प हो गई।
पुलिस ने भाजपा नेताओं को हिरासत में लेकर हवालात में डाल दिया। इसके बाद भाजपा नेताओं ने चकेरी थाने का घेराव किया और चकेरी पुलिस के खिलाफ हंगामा किया। देर रात भाजपा नेता और कार्यकर्ताओं को छोड़ने पर हंगामा शांत हुआ। पुलिस कमिश्नर अखिल कुमार ने भाजपा नेताओं से अभद्रता करने के मामले में दो कॉन्सटेबल को सस्पेंड कर दिया।
चकेरी अहिरवां के यादव नगर निवासी पान की दुकान चलाने वाले हर्ष कुमार विश्वकर्मा की मवइया मोड निवासी ईशू यादव ने रविवार की रात हत्या कर दी थी। घटना के बाद देर शाम को पोस्टमॉर्टम के बाद हर्ष का शव परिवार वाले लेकर घर पहुंचे। इसके बाद परिजन मुआवजे और सरकारी नौकरी देने की मांग के साथ-साथ आरोपी की गिरफ्तारी को लेकर हंगामा करने लगे। परिवार के लोगों का कहना था कि इकलौते बेटे की मौत के बाद अब उनके पास कोई सहारा नहीं है। मृतक की बहन को सरकारी नौकरी और परिवार को मुआवजा मिलना चाहिए। साथ ही शव को एम्बुलेंस से नीचे नहीं उतरने दे रहे थे। जिस पर पुलिसकर्मी परिजनों को शांत कराने का प्रयास कर रहे थे। लेकिन परिजन मांग पूरी होने की बात पर अड़े थे।
इसी दौरान भाजपा किसान मोर्चा के जिलाध्यक्ष हर्ष प्रताप सिंह चौहान भी अपने समर्थकों के साथ मौके पर पहुंचे। जहां पर उन्होंने हाईवे पर जाम लगाने का प्रयास किया। इस पर चकेरी थाना प्रभारी अशोक दुबे भड़क गए। पुलिस और भाजपा नेता हर्ष में झड़प होने लगी और हंगामा शुरू हो गया। चकेरी थाना प्रभारी अशोक दुबे के आदेश पर पुलिस फोर्स ने भाजपा नेता हर्ष सिंह चौहान और उनके समर्थकों से अभद्रता शुरू कर दी और खींचकर थाने की हवालात में डाल दिया। भाजपा नेता को हिरासत में लेने की सूचना मिलते ही चकेरी थाने पर 100 से अधिक भाजपाई पहुंच गए और थाने का घेराव करते हुए हंगामा शुरू कर दिया।
एक तरफ परिजन मुआवजे की मांग अड़े थे, तो दूसरी तरफ चकेरी थाने पर भाजपा नेताओं का हंगामा शुरू हो गया। बवाल बढ़ता देख चकेरी सर्किल फोर्स, एडीसीपी ईस्ट मनोज पांडेय, एसीपी चकेरी दिलीप सिंह भी मौके पर पहुंचे। इसके बाद एसीपी ने परिजनों से बात की। साथ ही उनसे लिखित में मांग पत्र देने को कहा। जिसे प्रशासन के माध्यम से शासन के समक्ष रखकर मांग पूरी करने का आश्वासन दिया। इसके बाद परिजनों ने शव को एम्बुलेंस से उतरने दिया।
थाने पर भाजपाइयों का हंगामा बढ़ने के बाद देर रात थाने के दो कॉन्स्टेबल चंद्रबीर और तरुण नागर को सस्पेंड कर दिया गया। तब कहीं आक्रोशित भाजपाई शांत हुए, लेकिन थाना प्रभारी के खिलाफ भी भाजपा नेताओं ने कार्रवाई की मांग की है।
मृतक के मोहल्ले के लोगों ने बताया कि आरोपी ईशू नशा करने के साथ-साथ दबंगई करता था। लोगों ने बताया कि इससे पहले भी करीब एक महीने पहले आरोपी ने इलाके में एक युवक को बेरहमी से पीटा था। जिस पर पुलिस से शिकायत हुई थी। पुलिस की कार्रवाई करने के बाद आरोपी फिर से दबंगई करने लगा। वहीं मृतक युवक हर्ष भी आरोपी से डरता था। साथ ही परिवार की जिम्मेदारी के चलते वह आरोपी से कुछ भी नहीं बोलता था। इस वजह से उसके हौसले बढ़ते चले गए और शनिवार रात को दुकान से खींचकर मारा और इस दौरान गले में कांच लगने से हर्ष की मौत हो गई थी।