February 5, 2025

आ स. संवाददाता 

कानपुर। नगर का प्राणी उद्यान देश का ऐसा चिड़ियाघर है,  जो यहां रह रहे जानवरों के लिए वरदान साबित हो रहा है।  यहां पर रखे जाने वाले जानवर अपनी औसत आयु से ज्यादा जीवन जी रहे हैं। ऐसा इसलिए मुमकिन हो रहा है क्योंकि चिड़ियाघर में पशुओं की देखरेख के साथ उनको मौसम के अनुसार डाइट का विशेष ख्याल रखा जाता है। इसलिए अलग-अलग प्रजातियों के जानवर यहां अपनी औसत आयु से ज्यादा जिंदगी बिता रहे हैं। 

कानपुर चिड़ियाघर भारत का तीसरा बड़ा चिड़ियाघर है। लेकिन इसकी एक खासियत यह भी सामने आ गई कि यहां पर रखे जाने वाले जानवर अपनी अधिकतम आयु से अधिक जीवन जी रहे हैं। यह चिड़ियाघर जानवरों के लिए वरदान साबित हो रहा है। ऐसा केवल एक जानवर या एक प्रजाति के जानवर के साथ नहीं बल्कि अलग-अलग प्रजातियों के अलग-अलग जानवरों में देखा जा रहा है।
कानपुर प्राणी उद्यान के उपनिदेशक और पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ. अनुराग सिंह ने बताया की लगातार कई साल से यहां के जानवर अपनी औसत आयु से ज्यादा जी रहे हैं। जानवरों में औसत आयु से अधिक जीने की एक वजह यह भी है की जंगलों में जानवर शिकार के समय घायल हो जाते हैं और उन्हें चोट लग जाती है। उन्हें इलाज नहीं मिल पाता और उनकी मृत्यु हो जाती है। लेकिन प्राणी उद्यान में देखरेख होने की वजह से उन्हें सही इलाज मिल जाता है, जिसकी वजह से उनकी जान बच जाती है।

कानपुर प्राणी उद्यान की पशु चिकित्सा टीम लगातार जानवरों की निगरानी करती रहती है। खास बात यह है की हर चौथे दिन जानवरों के स्वास्थ्य संबंधी सभी अपडेट लिए जाते हैं। उनके अनुसार अगर कोई जानवर अपनी डाइट के मुताबिक नहीं खा रहा है, तो तुरंत ही उस पर ध्यान दिया जाता है। जानवरों के बीमार होने पर यहां मौजूद पशु चिकित्सालय में विशेष सुविधाएं उपलब्ध हैं। जिससे उनका बेहतर इलाज किया जाता है। इसके साथ ही अन्य बातों का भी ख्याल रखा जाता है। जिसमें बदलते मौसम और अलग-अलग मौसम में जानवरों की डाइट में बदलाव किया जाता है।