आ स. संवाददाता
कानपुर। 31 दिसंबर की रात 12 बजे कन्या लग्न में नए साल की शुरुआत होने जा रही है। नव वर्ष में सभी राशि वालों पर समयानुसार ग्रह अपना प्रभाव दिखाएंगे।
आने वाले नए वर्ष की शुरुआत में लग्नेश पराक्रम भाव में होंगे। 2025 में ढाई साल बाद शनि की राशि में परिवर्तन हो रहा है और साथ में ही राहु केतु की राशि में भी बदलाव हो रहा है। जो कि वृष, सिंह कन्या, कुंभ, धनु राशि के लोगों के लिए लाभप्रद रहेगा। वहीं यह साल मकर राशि वालों के विशेष लाभकारी रहेगा, क्योंकि 2025 में मकर राशि वालों की साढ़े साती समाप्त हो जायगी।
मेष राशि वालों के लिए धन की दृष्टि से अच्छा यह साल बेहतर होने वाला है। ढाई साल बाद शनि के परिवर्तन होने पर मेष राशि वालों पर 15 मार्च से साढ़े साती लगेगी। शनि के प्रकोप से बचने से लिए पीपल को जल दें। वहीं वृष राशि वालों के लिए नया साल खास रहेगा। इस राशि के युवक, युवतियों की शादी में आ रहीं अड़चने 2025 में दूर होंगी।
शनि के परिवर्तन होते ही 15 मई से मिथुन राशि वालों को काफी लाभ मिलने वाला है। शनि के बृहस्पति राशि में आने पर 15 मई से मिथुन राशि वालों को आर्थिक व शारीरिक लाभ मिलेगा। वहीं प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने वालों को सफलता जरूर मिलेगी। कर्क राशि वालों के लिए 2025 शारीरिक व मानसिक रुप से अच्छा साबित नहीं होने वाला है।
मई में बृहस्पति के 12वें भाव में आने के बाद कर्क राशि वालों को धन की हानि के साथ मानसिक अशांति व शारीरिक कष्ट हो सकते है। वहीं 2024 में रुके कार्य बनेंगे व प्रापर्टी के कार्यों में सफलता मिलेगी। आर्थिक दृष्टिकोण से सिंह राशि वालों के लिए नया साल अच्छा बीतने वाला है। 2025 में शनि की कृपा से सिंह राशि वालों के बिगड़े हुए काम बनेंगे। संतान विवाह के भी योग होंगे।
वहीं कन्या राशि वालों पर 2025 में विशेष कृपा रहेगी, कन्या राशि वालों पर धनवर्षा होगी, उनके सब कार्य पूरे होंगे। साथ ही कोर्ट–कचहरी के रुके हुए काम बनेंगे। तुला राशि शुक्र की राशि होती है, शुक्र व शनि की मित्रता होने के लिए तुला राशि वालों पर शनि की कृपा बरसेगी। 15 मई के बाद से इस राशि के लोगों को विशेष लाभ मिलेगा, व्यवसाय में वृद्धि होगी।
वृश्चिक राशि वालों के लिए वर्ष 2025 में मिलेजुले परिणाम रहेंगे। राहु का गोचर चतुर्थ भाव में होने से पुरानी समस्याएं दूर हो जाएंगी। अगर किसी कार्य में रुकावटें आएं तो लाल वस्तुओं का दान करें। धनु राशि के बाद बृहस्पति सप्तम राशि में आएगा। धनु का स्वामी गुरु होने के कारण राजनैतिक लाभ, पद लाभ के साथ सम्मान भी मिलेगा।
मकर राशि वालों के लिए 15 मार्च से मीन राशि में प्रवेश करते ही साढ़े साती समाप्त हो जाएगी। साढ़े साती समाप्त होने पर अच्छे परिणाम हासिल होते है। साढ़े साती के कारण रुके कार्य बनने लगेंगे, उदर विकार की समस्याओं का निराकरण होगा। आर्थिक, मानसिक व शारीरिक दृष्टि से लाभ मिलेगा।
कुंभ राशि वाले जातको के लिए साढ़े साती तो रहेगी, लेकिन बृहस्पति गोचर में आने व मीन राशि का स्वामी गुरु होने के कारण इन राशि के जातकों को लाभ मिलेगा। मई के मध्य के बाद से अत्यधिक लाभ मिलेगा। स्वास्थ्य संबंधी दिक्कतें कम होंगी, वैवाहिक जीवन में कटुता में कमी होगी।
मीन राशि वालों पर साढ़े साती का असर दिखेगा, लेकिन बृहस्पति के गोचर में रहने से मई में अच्छे परिणाम मिल सकते है। मीन राशि के जातकों को जन्मभूमि से दूर जाना पड़ सकता है।